CHINA का नया रडार Stealth Jets का दुश्मन बन गया! भारत के लिए खतरा?

CHINA ने एक ऐसा रडार बनाया है जो अमेरिकी पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमानों, जैसे कि F-22 और F-35 का पता लगा सकता है. इस रडार का नाम है- JY-27V रडार. जेवाई-27वी, जेवाई-27ए का अपग्रेड वर्जन है.
JY-27V रडार चीन की सरकारी कंपनी CETC द्वारा विकसित किया गया है. ये रडार एक भारी सैन्य ट्रक पर लगाया जाता है, जो VHF (Very High Frequency) रेडियो तरंगों का उपयोग करता है — यानी 0.1 से 10 मीटर लंबी तरंगें. चीन ने दावा किया है कि JY-27V रडार में स्टील्थ फाइटर जेट्स को ट्रैक करने की क्षमता है.
अब प्रश्न उठता है कि स्टील्थ फाइटर जेट्स को इन तरंगों से क्यों डर लगता है?
क्योंकि उनकी रडार-अवशोषित कोटिंग (RAM) केवल छोटी, माइक्रोवेव तरंगों को ही चकमा दे सकती है. लेकिन मीटर-वेव तरंगें उनके पंखों, टेल और बॉडी से टकराकर साफ़ रिफ्लेक्शन देती हैं. चीन का दावा है कि JY-27V में AESA एंटीना है जो मिनटों में एक्टिव हो सकता है. इसके अलावा कम आवृत्ति + हाई पावर है, जिससे स्टील्थ का भी पता चल सके और एक स्मार्ट एल्गोरिदम, जो हवा में छिपे दुश्मनों को भी खोज निकाले.
स्टील्थ फाइटर जेट्स को ट्रैक करने के लिए ये हाई फ्रीक्वेंसी रेडियो तरंगों का फायदा उठाता है, जिससे सटीक हमलों के लिए एयर डिफेंस सिस्टम की क्षमता और बढ़ जाती है.
वीएचएफ रडार आमतौर पर 30-300 मेगाहर्ट्ज की रेडियो तरंगों का उपयोग करता है – जिसकी तरंगदैर्घ्य 1-10 मीटर (3.3-33 फीट) होती है, जबकि यूएचएफ की आवृत्ति 300-3,000 मेगाहर्ट्ज और तरंगदैर्घ्य 0.1-1 मीटर होती है. मौजूदा पांचवीं पीढ़ी के स्टील्थ लड़ाकू विमानों पर रडार-अवशोषित कोटिंग केवल 0.01-0.1 मीटर की तरंगदैर्घ्य पर प्रतिध्वनि को कम कर सकती है, जिसे पारंपरिक माइक्रोवेव रडार से छुपाया जा सकता है, लेकिन मीटर-वेव रडार द्वारा पता लगाने से नहीं बचा जा सकता है.
CHINA की उपलब्धि पर खुश हो रहा पाकिस्तान
चीन की इस उपलब्धि पर सबसे ज्यादा पाकिस्तान खुश हो रहा है. चीन इस रडार को भविष्य में पाकिस्तान को भी दे सकता है. और अगर ऐसा हुआ… तो पाकिस्तान के पास स्टील्थ फाइटर डिटेक्शन की क्षमता आ जाएगी. लेकिन भारत ने ऑपरेशन सिंदूर में ये दिखा दिया है कि – भले दुश्मन के पास कितनी भी चाइनीज टेक्नोलॉजी हो, भारतीय वायुसेना और उसके इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर सिस्टम उन्हें नेस्तनाबूद कर सकते हैं.
ये नया रडार भारत के लिए एक चेतावनी है – कि आने वाले युद्ध सिर्फ हवा में नहीं, इलेक्ट्रॉनिक लहरों पर भी लड़े जाएंगे. लेकिन भारत भी तैयार है–अपनी Indigenous Radar Tech, ECM Systems और Air Superiority के साथ..
ये फैसला तो समय ही करेगा… लेकिन हमारी तैयारी दुश्मनों से निपटने की निश्चित रुप से 100 फीसदी है.