CHINA की खामोश लेकिन खतरनाक पनडुब्बी! समुद्र के नीचे दुश्मनों की तबाही?

BLUE WHALE

“समुद्र की गहराइयों में एक नई हलचल है… कोई चालक नहीं… कोई सिग्नल नहीं… सिर्फ मौत जैसी खामोशी.”

“क्योंकि CHINA ने लॉन्च की है ‘ब्लू व्हेल’— एक बिना चालक, हाई-स्पीड पनडुब्बी, जो बन सकती है भविष्य की समुद्री जंग का सबसे खतरनाक हथियार!”

जी हां दोस्तों,

चीन ने एक बड़ी तकनीकी छलांग लगाते हुए दुनिया की पहली हाई-स्पीड बिना चालक वाली पनडुब्बी ‘ब्लू व्हेल’ लॉन्च की है. यह लॉन्च ऐसे समय में हुआ है जब इस बात की आशंका है कि बीजिंग अपने पनडुब्बियों का इस्तेमाल अपने विरोधियों के खिलाफ़ समुद्री युद्ध के लिए कर सकता है.

चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, ब्लू व्हेल पनडुब्बी को झुहाई में लॉन्च किया गया. ब्लू व्हेल का निर्माण जून 2024 में शुरू हुआ था. अब यह पोत बंदरगाह और समुद्री परीक्षणों से गुज़रेगा और इसे 2026 तक पूरी तरह से चालू करने की योजना बनाई गई है. चीन का कहना है कि इस जहाज का निर्माण पूरी तरह से नागरिक उद्देश्यों के लिए किया गया है.

चीन कहता है कि ये पनडुब्बी तो ‘मौसम की स्टडी’ के लिए है… लेकिन क्या ये पूरी कहानी है?” लगता तो नहीं है. इस में मिशन के अनुसार मॉड्यूल बदलने की सुविधा है जिसके जरिए रिसर्च, निगरानी, केबल जांच, और जासूसी तक की जी सकती है.

ब्लू व्हेल सिर्फ एक रिसर्च बोट नहीं है — ये भविष्य की पानी के नीचे की जंग का ट्रेलर है… और असली फिल्म अभी बाकी है!”

अब जानते है ‘ब्लू व्हेल’ की विशेषताएं:

यह 11 मीटर लंबी और 12 टन वजनी है, जो सतह पर 36 नॉट्स (लगभग 66.6 किमी/घंटा) की गति प्राप्त कर सकती है. जो इसे दुनिया का सबसे तेज़ बिना चालक वाला अनुसंधान पोत बनाती है. यह पोत सतह पर तेज़ी से यात्रा कर सकता है और 60 मीटर की गहराई तक गोता लगाकर 30 दिनों तक पानी के नीचे रह सकता है,. जो एक युद्धपोत या अमेरिकी नौसेना के टारपीडो के बराबर है. यह तूफानों से बचने में सक्षम है. इसमें एक उन्नत AI प्रणाली है. यह पानी में डूबे रहने पर 4 नॉट तक की गति प्राप्त कर सकता है.

बड़े पनडुब्बियों की तुलना में इसका साइज छोटा होता है और आवाज़ भी कम होती है. जिस वजह से इसे पकड़ना मुश्किल होता है. यह चुपचाप समुंद्र को नीचे से खुफिया जानकारी चोरी कर सकती है. पानी के नीचे दुश्मनों की गतिविधियों की निगरानी कर सकती है और पनडुब्बियों को ट्रैक कर सकती है.

ब्लू व्हेल को इसके मॉड्यूलर डिज़ाइन के कारण विभिन्न गतिविधियों के लिए संशोधित भी किया जा सकता है, जो इसे पारंपरिक बिना चालक वाली पनडुब्बियों से अलग करता है.

परीक्षण के दौरान 15 दिनों में 3,000 वर्ग किलोमीटर का मानचित्रण किया

मल्टीबीम सोनार सिस्टम की बदौलत ब्लू व्हेल उच्च रिज़ॉल्यूशन में समुद्र तल का मानचित्रण कर सकता है. ब्लू व्हेल’ ने दक्षिण चीन सागर में परीक्षणों के दौरान 15 दिनों में 3,000 वर्ग किलोमीटर (1,158 वर्ग मील) का मानचित्रण किया, जो पारंपरिक अनुसंधान जहाजों की तुलना में पाँच गुना तेज़ है.

चीन ने हाल के वर्षों में कई मानवरहित पानी के नीचे के जहाजों का विकास किया है, जिनमें से कुछ को पहले ही विवादित दक्षिण चीन सागर में तैनात किया गया है.

क्या भविष्य के युद्ध पानी के नीचे लड़े जाएंगे — इंसान के बिना, मशीनों के दम पर?”

“क्या आप मानते हैं कि चीन की ये पनडुब्बी भविष्य की जासूसी जंग का चेहरा है? कमेंट करके बताइए!”

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