SOUTH BLOCK में रक्षा सचिव की उपस्थिति में ATAGS और 6×6 गन टोइंग व्हीकल्स की खरीद के लिए 6,900 करोड़ रुपये का हस्ताक्षर हुआ

रक्षा मंत्राल (MOD) ने भारत फोर्ज लिमिटेड और टाटा एडवांस्ड सिस्टम लिमिटेड के साथ क्रमशः 155 मिमी/52 कैलिबर एडवांस्ड टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS) और हाई मोबिलिटी व्हीकल 6×6 गन टोइंग व्हीकल्स की खरीद के लिए लगभग 6,900 करोड़ रुपये की कुल लागत पर अनुबंध पर हस्ताक्षर किए हैं. 26 मार्च, 2025 को नई दिल्ली के साउथ ब्लॉक में रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की उपस्थिति में अनुबंध पर हस्ताक्षर किए गए.
कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति ने एक बड़ा फैसला लेते हुए भारतीय सेना के लिए 7,000 करोड़ रुपये की डील को मंजूरी दी थी. इस डील के तहत 307 एडवांस टोड आर्टिलरी गन सिस्टम (ATAGS ) और 327 गन टोइंग वाहन खरीदे जाएंगे.
यह गन पूरी तरह से स्वदेशी हैं. कुल 307 हावित्जर तोपों की खरीद स्वदेशी कंपनी से कीइन्हें DRDO ने जा रही है. इन तोपों की मारक क्षमता दुनिया में सबसे ज्यादा है.
ATAGS को DRDO ने किया है डेवलप

डिजाइन और विकसित किया है. इनका निर्माण भारत फोर्ज और टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स से किया जाएगा. भारत फोर्ज को 60% तोपों का निर्माण करने का जिम्मा मिला है क्योंकि यह सबसे कम कीमत (L1) की बोली लगाने वाली कंपनी थी. टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स बाकी 40% तोपों का निर्माण करेगी.
जानते हैं इसकी खासियत
ATAGS परियोजना की शुरुआत 2013 में हुई थी और इसके बाद से लगातार इसके टेस्ट चल रहे थे. 2021-22 में सिक्किम के ऊंचाई वाले इलाकों में परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए गए. गर्मियों में पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में यूजर ट्रायल भी सफल रहे. जिसके बाद इसे सेना में शामिल करने के लिए चुना गया है. ATAGS तोपों को सटीकता, स्थिरता, मोबाइलिटी और विश्वसनीयता के लिए जाना जाता है.
ATAGS की रेंज 48 किलोमीटर है, जो इसे दुनिया भर में सबसे लंबी दूरी की टोड आर्टिलरी सिस्टम में से एक बनाती है. ATAGS तोपें 155mm/52-कैलिबर की हैं. इस तोप को 8X8 प्लेटफॉर्म द्वारा खींचा जाता है, जो विभिन्न इलाकों में बेहतरीन गतिशीलता प्रदान करता है.

यह तोपें पांच राउंड लगातार फायर कर सकती हैं, जबकि अन्य विदेशी तोपें केवल तीन राउंड तक सीमित होती हैं. इससे 15 सेकंड में 3 राउंड गोले दागे जा सकते हैं. ये तोप 3 मिनट में 15 राउंड गोले और लगातार 60 मिनट में 60 राउंड गोले दाग सकती है. इन तोपों में ऑल-इलेक्ट्रिक ड्राइव टेक्नोलॉजी है, जो इन्हें कम मेंटेनेंस में अधिक समय तक काम करने लायक बनाती है. इसकी खासियत है कि इसका इस्तेमाल हर मौसम में किया जा सकता है.
इसकी उन्नत विशेषताओं में बर्स्ट फायरिंग मोड और परिष्कृत इलेक्ट्रॉनिक्स शामिल हैं. इसमें शूट-एंड-स्कूट क्षमता भी है और यह अपनी तरह की पहली तोप है जो उच्च कोण पर सबसे कम न्यूनतम दूरी हासिल करने में सक्षम है. बिना ईंधन भरे इसकी मारक क्षमता 600 किलोमीटर है तथा यह 85 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से यात्रा कर सकती है. भारत लगातार अपनी सेना का आधुनिकीकरण करण रही है. इसी को ध्यान में रखते हुए मोदी सरकार लगातार कदम उठा रही है.
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