भारत-यूएई रक्षा साझेदारी का नया अध्याय, JDCC संगोष्ठी में उभरे भविष्य के रक्षा सहयोग के आयाम

भारत-यूएई रक्षा उद्योग साझेदारी संगोष्ठी का दूसरा संस्करण जेडीसीसी के अवसर पर आयोजित किया गया
संयुक्त रक्षा सहयोग समिति (जेडीसीसी) की बैठक के अवसर पर 31 जुलाई, 2025 को इंडिया हैबिटेट सेंटर, नई दिल्ली में भारत-यूएई रक्षा उद्योग साझेदारी पर एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया.
रक्षा उत्पादन विभाग के तत्वावधान में आयोजित और सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम) और यूएई के एज ग्रुप द्वारा संयुक्त रूप से समन्वित इस कार्यक्रम में 90 से अधिक भारतीय रक्षा कंपनियों और यूएई की आठ फर्मों ने भाग लिया.
सचिव (रक्षा उत्पादन) संजीव कुमार और रक्षा उप सचिव, यूएई स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल इब्राहिम नासिर अल अलावी ने इस कार्यक्रम की सह-अध्यक्षता की.
सितंबर 2024 में अबू धाबी में आयोजित पहले भारत-यूएई रक्षा उद्योग साझेदारी मंच पर आधारित, इस दूसरे संस्करण में मानवरहित प्रणालियों, नौसैनिक प्लेटफार्मों, सटीक युद्ध सामग्री, साइबर रक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता और अंतरिक्ष-आधारित प्रौद्योगिकियों सहित विभिन्न क्षेत्रों में उद्योग-दर-उद्योग सहयोग बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित किया गया.

संजीव कुमार ने संस्थागत सहयोग के महत्व पर ज़ोर दिया और भविष्य में सहयोग के प्रमुख क्षेत्रों की पहचान की. लेफ्टिनेंट जनरल अल अलावी ने भी इन्हीं विचारों को दोहराया, उन्नत प्रौद्योगिकी साझेदारी के अवसरों पर प्रकाश डाला और भारत के बढ़ते रक्षा उद्योग की ताकत को स्वीकार किया.
सेमिनार में दोनों देशों की भविष्य के लिए तैयार, लचीली और विश्वसनीय रक्षा साझेदारी बनाने की प्रतिबद्धता की पुष्टि की, जो लेन-देन संबंधी सहयोग से आगे बढ़ेगी.
कार्यक्रम का समापन बी2बी चर्चाओं के साथ हुआ, जिसमें रक्षा निर्माण, एमआरओ, एयरोस्पेस और उभरती प्रौद्योगिकियों में क्षमताओं को संरेखित करने पर ध्यान केंद्रित किया गया, जिससे आत्मनिर्भरता और निर्यात-आधारित विकास का मार्ग प्रशस्त हुआ.
इस अवसर पर संयुक्त अरब अमीरात में भारत के राजदूत संजय सुधीर; तवाज़ुन काउंसिल के रक्षा एवं सुरक्षा औद्योगिक मामलों के प्रमुख, मतार अली अल रोमाथी; एसआईडीएम के अध्यक्ष राजिंदर सिंह भाटिया और एज ग्रुप के एमडी एवं सीईओ हमाद अल मरार भी उपस्थित थे.
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