South Korea ने पेश की अब तक की सबसे घातक मिसाइल – Hyunmoo-5

South Korea Unveils Hyunmoo-5 Missile – Asia’s Most Powerful Conventional Weapon

South Korea ने अपनी सामरिक शक्ति में एक नया अध्याय जोड़ दिया है. देश की रक्षा अनुसंधान एजेंसी Agency for Defense Development (ADD) और Hanwha Aerospace ने मिलकर एक ऐसी मिसाइल तैयार की है, जो पूरे एशिया में संतुलन बदलने की क्षमता रखती है. इसका नाम है — Hyunmoo-5.

यह मिसाइल दक्षिण कोरिया के प्रसिद्ध Hyunmoo Missile Family की नवीनतम और सबसे शक्तिशाली कड़ी है. इसे विशेष रूप से उत्तर कोरिया के गहरे भूमिगत बंकरों, मिसाइल लॉन्च साइट्स और कमांड सेंटर्स को नष्ट करने के लिए बनाया गया है.

South Korea के Hyunmoo-5 की तकनीकी क्षमता

Hyunmoo-5 एक भूमि-से-भूमि बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी अनुमानित रेंज 3,000 किलोमीटर तक मानी जा रही है. यह लगभग 8 से 9 टन का भारी पेलोड ले जाने में सक्षम है — जो इसे दुनिया की सबसे शक्तिशाली conventional (non-nuclear) मिसाइलों में से एक बनाता है.

मिसाइल को मोबाइल TEL (Transporter Erector Launcher) से लॉन्च किया जाता है और इसमें उन्नत Inertial + Satellite Guidance System लगा है, जिससे यह मीटर-स्तर की सटीकता के साथ प्रहार कर सकती है.

South Korea को Hyunmoo-5: दुश्मन के लिए भय का पर्याय

South Korea Unveils Hyunmoo-5 Missile – Asia’s Most Powerful Conventional Weapon

Hyunmoo-5 मिसाइल की सबसे बड़ी विशेषता है इसकी Earth-Penetrating Warhead, जो किसी भी भूमिगत बंकर को भेद सकती है.

रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि यह मिसाइल अमेरिका की GBU-57 MOP (Massive Ordnance Penetrator) बम की तरह प्रभाव डाल सकती है, लेकिन यह एक बैलिस्टिक मिसाइल रूप में है — यानी इसका हमला और भी तेज़, सटीक और विनाशकारी होगा.

रणनीतिक महत्व

Hyunmoo-5, दक्षिण कोरिया की तीन-स्तरीय रणनीति Kill Chain, KAMD (Korea Air & Missile Defense) और KMPR (Korea Massive Punishment and Retaliation) का प्रमुख हिस्सा है.

इसका मकसद स्पष्ट है – परमाणु हथियारों की आवश्यकता के बिना ही दुश्मन को रणनीतिक जवाब देने की क्षमता.

इस मिसाइल की तैनाती से दक्षिण कोरिया की “Kinetic Deterrence” नीति और मजबूत होगी, जिससे वह उत्तर कोरिया के किसी भी आकस्मिक हमले का तुरंत जवाब दे सकेगा.

क्षेत्रीय प्रभाव

विश्लेषकों के अनुसार, Hyunmoo-5 के आने से एशिया में शक्ति-संतुलन प्रभावित होगा.

जहां चीन और उत्तर कोरिया परमाणु हथियारों पर निर्भर हैं, वहीं दक्षिण कोरिया ने एक ऐसा विकल्प तैयार किया है जो non-nuclear होते हुए भी बराबर की विनाशक क्षमता रखता है.

Hyunmoo-5 मिसाइल न सिर्फ दक्षिण कोरिया की रक्षा तकनीक में एक क्रांतिकारी छलांग है, बल्कि यह एशिया में सैन्य प्रतिस्पर्धा के नए युग की शुरुआत भी है.

यह मिसाइल साबित करती है कि भविष्य के युद्ध सिर्फ परमाणु हथियारों से नहीं, बल्कि सटीकता, गति और तकनीक की ताकत से जीते जाएंगे.

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