नई दिल्ली में India-New Zealand की ऐतिहासिक रक्षा बैठक, क्या बनेगा नया सुरक्षा ब्लॉक?

सुरक्षा परिदृश्यों पर चर्चा और द्विपक्षीय सहयोग को और मज़बूत करने के लिए भारत-न्यूज़ीलैंड रक्षा रणनीतिक वार्ता का पहला संस्करण 5 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली में आयोजित किया गया. इस बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव (अंतर्राष्ट्रीय सहयोग) अमिताभ प्रसाद और न्यूज़ीलैंड के रक्षा मंत्रालय की अंतर्राष्ट्रीय शाखा की प्रमुख कैथलीन पीयर्स ने की.
दोनों देशों ने मौजूदा रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया और सहयोग के मौजूदा क्षेत्रों, विशेष रूप से प्रशिक्षण, क्षमता निर्माण, रक्षा उद्योग, समुद्री सुरक्षा और बहुराष्ट्रीय सहयोग के क्षेत्रों में, को बढ़ाने के उपायों की पहचान की. सह-अध्यक्षों ने सहयोग के उभरते क्षेत्रों और वैश्विक साझा हितों से जुड़े मुद्दों की दिशा में उठाए जाने वाले कदमों पर भी प्रकाश डाला.

भारतीय पक्ष ने सीटीएफ-150 की सफल कमान के लिए न्यूज़ीलैंड की सराहना की, जिसमें पाँच भारतीय नौसेना कर्मियों को भी स्टाफ के रूप में तैनात किया गया था. दोनों पक्षों ने सूचना साझाकरण को बढ़ाने के लिए चल रहे व्हाइट शिपिंग सूचना विनिमय को और मज़बूत करने के उपायों पर भी चर्चा की.
भारत-न्यूजीलैंड रक्षा रणनीतिक वार्ता का गठन मार्च 2025 में दोनों देशों के बीच हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन के तहत किया गया था, जो रक्षा संबंधों को प्रगाढ़ बनाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है.

भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच सहयोग के व्यापक क्षेत्र हैं – राजनीतिक, रक्षा और सुरक्षा सहयोग, क्षमता निर्माण और शिक्षा. ये प्रगतियाँ आपसी विश्वास, साझा लोकतांत्रिक मूल्यों, लोगों के बीच गहरे संबंधों और क्रिकेट के प्रति आपसी प्रेम को दर्शाती हैं जो दोनों देशों को एक सूत्र में बाँधती हैं. अगस्त 2024 में भारत के राष्ट्रपति की न्यूज़ीलैंड यात्रा और मार्च 2025 में दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच द्विपक्षीय बैठक के साथ द्विपक्षीय संबंधों को और गति मिली है.
कैथलीन पीयर्स ने 4 अगस्त, 2025 को नई दिल्ली में रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह से भी मुलाकात की.