राफेल को लेकर बड़ा खुलासा! FRANCE ने बताया भारत ने कैसे खोया अपना फाइटर जेट

RAFALE FIGHTER JET

6-7 मई की रात… जब ऑपरेशन सिंदूर शुरू हुआ… पाकिस्तानी एयरस्पेस में हलचल थी… भारतीय राफेल गरज रहे थे… और तभी… पाकिस्तान ने दावा कर डाला — ‘हमने भारत के 3 फाइटर जेट मार गिराए!’ 

पाकिस्तान के इस दावे के बाद भारत में विपक्षी दलों ने भी सरकार को घेरना शुरु कर दिया. तीखे सवाल पुछना शुरु कर दिया गया.

लेकिन… क्या वाकई ऐसा हुआ था?

अब इस पूरे दावे की पोल खोल दी है… फ्रांस की वायुसेना ने!

फ्रांसीसी एयरफोर्स चीफ जनरल जेरोम बेलांगर ने साफ कहा है कि भारत का एक Rafale फाइटर जेट क्रैश हुआ है, लेकिन वो पाकिस्तान ने नहीं गिराया!

जबकि पाकिस्तान का दावा था कि J-10C फाइटर जेट से PL-15E मिसाइल लॉन्च कर Rafale को मार गिराया गया है. लेकिन ना तो कोई वीडियो, ना कोई मलबा, और ना कोई सेटेलाइट सबूत सामने आया!

यानि दावा फुल फर्जी था!  और अब खुद फ्रांस ने भी इस पर मोहर लगा दी है!

हालांकि भारतीय वायुसेना के अधिकारियों ने ये तो स्वीकार किया है कि उसके कुछ विमान गिरे हैं, लेकिन अभी तक ये बताने से परहेज किया है कि कितने विमान गिरे हैं और गिरने वाले विमान कौन कौन से हैं.

अब राफेल लड़ाकू विमान को लेकर फ्रांस एयरफोर्स के प्रमुख ने पहली बार खुलासा करते हुए कहा है कि भारत को एक राफेल लड़ाकू विमान का नुकसान हुआ है.

एसोसिएटेड प्रेस के मुताबिक फ्रांसीसी वायुसेना प्रमुख जनरल जेरोम बेलांगर ने कहा है कि उन्होंने तीन भारतीय विमानों के नुकसान के सबूत देखे हैं, जिनमें एक मिराज 2000, एक Su-30MKI और एक राफेल फाइटर जेट हैं.

लेकिन उन्होंने कहा है कि भारत ने अपना राफेल पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध के दौरान नहीं खोया, यानि पाकिस्तान लड़ाकू विमानों ने राफेल को नहीं गिराया, बल्कि राफेल गिरने की असल वजह टेक्निकल है. फ्रांसीसी एयरफोर्स चीफ ने कहा है कि आठ देशों को राफेल लड़ाकू विमान बेचे गये हैं और ये पहली बार है जब राफेल एयरक्राफ्ट को नुकसान हुआ है.

इससे पहले इंडोनेशिया में भारत के डिफेंस अताशे ने पिछले महीने कहा था कि संघर्ष के पहले दिन भारत ने कुछ लड़ाकू विमान खो दिए, क्योंकि सरकार ने पाकिस्तानी सैन्य संपत्तियों पर हमला करने की इजाजत नहीं दी थी और वायुसेना को सिर्फ पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर ही हमला करने को कहा गया था.

इसके अलावा प्रमुख वायुसेना अधिकारियों जैसे एयर मार्शल एके भारती और जनरल अनिल चौहान ने भी सिर्फ यही स्वीकार किया कि “कॉम्बैट ऑपरेशन्स में कुछ नुकसान तो होते ही हैं” लेकिन उन्होंने मिशन की कामयाब को मुख्य लक्ष्य कहा था.

चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान ने कहा था कि “लड़ाकू अभियानों में अपरिहार्य क्षति होती है”, लेकिन उन्होंने इसकी पुष्टि नहीं की कि इनमें राफेल या अन्य विमान शामिल हैं या नहीं.

अब फ्रांसीसी वायु सेना प्रमुख के बयान से इस अस्पष्टता का अंत हो सकता है. 

फ्रांसीसी वेबसाइट एवियन डी चेस पर प्रकाशित रिपोर्ट में कहा गया है कि यह घटना “एक विस्तारित प्रशिक्षण मिशन के दौरान 12,000 मीटर से अधिक की ऊंचाई पर हुई, जिसमें दुश्मन की कोई संलिप्तता या शत्रुतापूर्ण रडार संपर्क नहीं था”.

भारतीय वायुसेना के एयर मार्शल ए.के. भारती ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान एक ब्रीफिंग में कहा था कि भारत ने कई पाकिस्तानी युद्धक विमानों को मार गिराया, जिससे वे देश के हवाई क्षेत्र में प्रवेश नहीं कर पाए.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान ने तीन जेएफ-17 थंडर, 2 मिराज, एक एफ-16 ब्लॉक 52 और एक सी-130 हरक्यूलिस परिवहन विमान खो दिया है. इसके अलावा, पाकिस्तान ने कथित तौर पर दो उच्च-मूल्य निगरानी विमान भी खो दिए. कथित तौर पर एक भारतीय एस-400 वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान वायु सेना के साब एरीये-2000 फ्लाइंग रडार को गिरा दिया. पाकिस्तान के भोलारी एयर बेस पर भारतीय मिसाइल हमले में पाकिस्तान ने एक और साब एरीये-2000 खो दिया, जिसकी पुष्टि पीएएफ के पूर्व एयर मार्शल ने की है.

अब फ्रांस की रिपोर्ट ने सारी तस्वीर साफ कर दी है! पाकिस्तान सिर्फ प्रोपेगैंडा चलाता रहा… लेकिन ना मिसाइल का सबूत, ना कोई फुटेज… 

भारत के दुश्मनों ने एक बार फिर झूठ बोलकर अपने आपको एक्सपोज कर दिया!

“तो दोस्तों,

सवाल अब आपसे —

क्या पाकिस्तान को अब फर्जी दावों से शर्मिंदा नहीं होना चाहिए?

क्या भारत को खुलकर सामने आकर सच्चाई बतानी चाहिए?”

कमेंट में अपना जवाब जरूर दें!

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