रूस का नया घातक रोबोटिक हथियार ‘Varan’, हमला, बचाव और आत्मघाती मिशनों में करेगा कमाल

युद्ध क्षेत्र पर स्वचालित और दूर से संचालित प्लेटफॉर्म की भूमिका बढ़ने के साथ रूस अपने ट्रैक्ड अनमैन्ड ग्राउंड व्हीकल (UGV) कार्यक्रमों को औपचारिक रूप से आगे बढ़ा रहा है. हालिया प्रेस कवरेज और सोशल-मीडिया क्लिप्स में एक सिस्टम का नाम — “Varan” — भी उभरकर आया है.
रूस ने पिछले कुछ वर्षों में कई प्रकार के ट्रैक्ड UGVs विकसित व परीक्षण के लिए मैदान में उतारे हैं. इनमें से कुछ प्लेटफॉर्मों का परीक्षण और सीमित फील्ड-इस्तेमाल पहले से ही दर्ज किया गया है. ऐसे UGVs को पर्यवेक्षण (surveillance), फायर-सपोर्ट, इंजीनियरिंग (बाधा निवारण), लॉजिस्टिक्स और असॉल्ट रोल के लिए डिज़ाइन किया जा रहा है.
रूसी सेना और रक्षा उद्योग ने सार्वजनिक प्रदर्शन व मीडियायुक्त क्लिप्स में उन क्षमताओं का प्रदर्शन किया है जिनमें रिमोट-कंट्रोल, हथियार प्रणाली के समाकलन और कुछ मामलों में kamikaze/loitering उपयोग की संभावनाएँ शामिल दिखती हैं.
प्रायोगिक दौर में इन्हें अलग-अलग परिसर/हथियारों के साथ जोड़कर परखा जा रहा है — अर्थात् मल्टी-रोल अवधारणा वास्तविकता की ओर अग्रसर है.
क्या अभी अनपुष्ट है — Varan का मामला
“Varan” नाम का प्लेटफॉर्म सोशल मीडिया पोस्ट्स, लोकल वीडियोज़ और कुछ अनधिकृत चैनलों पर सामने आया है. इन पोस्ट्स में Varan को एक मल्टीफंक्शनल ट्रैक्ड UGV बताया गया है — जिसमें assault weapons, evacuation modules, transport modules तथा kamikaze-स्टाइल स्व-नाशकारी लांच क्षमता तक का ज़िक्र है.
महत्वपूर्ण बात: फिलहाल प्रमुख अंतरराष्ट्रीय रक्षा प्रकाशनों, स्वतंत्र विश्लेषणों या आधिकारिक रूसी रक्षा मंत्रालय की विस्तृत तकनीकी रिलीज़ में “Varan” के नाम और उसकी सभी वर्णित क्षमताओं की पूर्ण पुष्टि उपलब्ध नहीं है. इसलिए Varan-के-संदर्भ में मौजूद क्लिप/वर्णन को अभी आंशिक / प्रारंभिक रिपोर्ट के रूप में देखा जाना चाहिए, न कि अंतिम सत्य.
संदर्भ और बड़ा परिप्रेक्ष्य
रूस के UGV-कार्यक्रमों में पहले से जानी-पहचानी परियोजनाएँ रही हैं — उदाहरण के तौर पर छोटे-बड़े ट्रैक्ड/व्हीलड रोबोट जो निगरानी, विस्फोटक निवारण और अग्नि-समर्थन करते हैं. ये परियोजनाएँ तकनीकी और परिचालन चुनौतियों का सामना करते हुए क्रमिक उन्नयन के दौर में हैं.
मैदान-कठिनाइयाँ, कम्युनिकेशन-जैमिंग, नेविगेशन चुनौतियाँ और सुरक्षा नियंत्रण-प्रोटोकॉल इन्हें व्यापक रूप से लागू करने में मुख्य बाधाएँ बनी हुई हैं. वहीं प्रचार/प्रवर्तन (information operations) के हिस्से के रूप में नए नामों और क्लिप्स का तेजी से फैलना आम बात है. रूस वास्तव में ट्रैक्ड, मल्टी-रोल UGVs पर काम और परीक्षण कर रहा है — यह स्पष्ट और पुष्ट तथ्य है.