जर्मनी ने खरीदे 20 नए Eurofighter – वायु रक्षा और NATO सुरक्षा को नई उड़ान

जर्मनी ने खरीदे 20 नए Eurofighter – वायु रक्षा और NATO सुरक्षा को नई उड़ान

जर्मनी ने अपनी वायु रक्षा क्षमताओं को और सशक्त करने के लिए 20 नए Eurofighter मल्टी-रोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट खरीदने का फैसला किया है.

इस अनुबंध के तहत Airbus इन लड़ाकू विमानों का निर्माण जर्मनी के म्यूनिख के पास स्थित मांचिंग (Manching) फाइनल असेंबली लाइन पर करेगा. पहले विमान की डिलीवरी 2031 में और आखिरी विमान की डिलीवरी 2034 तक की जाएगी.

Airbus Defence and Space के सीईओ माइक शोएलहॉर्न (Mike Schoellhorn) ने कहा,

“यह नया ऑर्डर Eurofighter की जर्मन वायुसेना के लिए अहमियत को और मज़बूत करता है. यह हमारे देश की एयर डिफेंस और NATO क्षमताओं में इसकी रणनीतिक भूमिका को दर्शाता है. Eurofighter का निरंतर विकास हमारे लिए Future Combat Air System (FCAS) की ओर एक तकनीकी और संचालनिक सेतु का काम करेगा.”

नए Eurofighter की विशेषताएँ:

Eurofighter

नवीनतम E-Scan रडार: जर्मन Eurofighter बेड़े में अत्याधुनिक इलेक्ट्रॉनिक E-Scan रडार जोड़े जाएंगे.

इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर क्षमताएँ: Saab द्वारा विकसित Arexis Sensor Suite को एकीकृत किया जाएगा, जिससे विमान इलेक्ट्रॉनिक युद्ध स्थितियों में भी प्रभावी रहेंगे.

उच्च तकनीकी अपग्रेड: ये अपग्रेड्स वायुसेना के मौजूदा Eurofighter विमानों की ऑपरेशनल क्षमता को और बढ़ाएंगे.

रणनीतिक और औद्योगिक महत्व:

Eurofighter प्रोग्राम यूरोप का सबसे बड़ा रक्षा सहयोग कार्यक्रम है, जिसमें जर्मनी, इटली, स्पेन और ब्रिटेन शामिल हैं. यह न केवल सुरक्षा का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक वृद्धि और रोज़गार सृजन का भी एक बड़ा स्रोत है.

Eurofighter प्रोग्राम से 100,000 से अधिक नौकरियाँ यूरोप में सुरक्षित हैं, जिनमें से 25,000 केवल जर्मनी में हैं. 120 से अधिक जर्मन सप्लायर्स इस प्रोग्राम में शामिल हैं.

इस नए ऑर्डर के साथ अब तक कुल 740 से अधिक Eurofighter नौ देशों द्वारा ऑर्डर किए जा चुके हैं — जिनमें जर्मनी, इटली, स्पेन, ब्रिटेन, ऑस्ट्रिया, सऊदी अरब, ओमान, कुवैत और कतर शामिल हैं.

भविष्य की योजना:

Eurofighter जर्मन वायुसेना में 2060 के दशक तक सेवा में रहेगा. 2040 से चालू होने वाले Future Combat Air System (FCAS) के तहत यह विमान मानवयुक्त और मानव रहित (uncrewed) विमानों के साथ नेटवर्क के माध्यम से जुड़कर मिशन पूरा करेगा.

जर्मनी का यह कदम सिर्फ़ नए लड़ाकू विमानों की खरीद नहीं, बल्कि दीर्घकालिक रणनीतिक सोच का हिस्सा है.

यह Eurofighter न केवल जर्मनी की वायु सीमा की सुरक्षा को मजबूत करेंगे बल्कि NATO की सामूहिक सुरक्षा में भी अहम भूमिका निभाएँगे.

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