BAE Systems और Rheinmetall ने किया करार, CV90120 टैंक के लिए बनेगा एडवांस्ड गन अपग्रेड

यूरोपीय रक्षा उद्योग को मजबूती देने की दिशा में एक अहम कदम उठाते हुए BAE Systems ने जर्मनी की प्रमुख रक्षा कंपनी Rheinmetall के साथ एक नया समझौता किया है.
इस समझौते के तहत दोनों कंपनियाँ मिलकर CV90120 Combat Vehicle के लिए एक Advanced Gun Upgrade System विकसित करेंगी, जो भविष्य के युद्धक्षेत्रों के लिए नई दिशा तय करेगा.
क्या है यह नया प्रोजेक्ट?
CV90120 प्लेटफॉर्म, BAE Systems की प्रसिद्ध CV90 Armoured Fighting Vehicle फैमिली का हिस्सा है.
अब इस नए अपग्रेड में Rheinmetall की high-velocity gun technology और BAE Systems की CV90 Mk IV chassis को जोड़ा जा रहा है — ताकि यह वाहन और अधिक ताकतवर, सटीक और बहुउद्देश्यीय बन सके.
दोनों कंपनियों के अनुसार यह समझौता न केवल CV90120 की फायरपावर बढ़ाएगा, बल्कि इसे आधुनिक सेंसर, फायर-कंट्रोल सिस्टम और बेहतर स्थायित्व से लैस करेगा.
CV90120 Advanced Gun Upgrade की खासियतें

नई हाई-कैलिबर गन: Rheinmetall की लेटेस्ट बैलिस्टिक टेक्नोलॉजी पर आधारित, जो ज्यादा दूरी तक सटीक निशाना साध सकती है.
उन्नत फायर कंट्रोल सिस्टम: AI-assisted टार्गेट ट्रैकिंग और स्टेबलाइजेशन से लैस.
CV90 Mk IV chassis: ज़्यादा पावरफुल इंजन, डिजिटल आर्किटेक्चर और ऑटोमेटेड डिफेंस कंट्रोल.
स्मार्ट इंटरफेस: टैंक क्रू को बेहतर सिचुएशनल अवेयरनेस और तेज़ प्रतिक्रिया की क्षमता.
क्यों अहम है यह साझेदारी
यह सहयोग यूरोप के रक्षा क्षेत्र में बढ़ती आत्मनिर्भरता का संकेत है. Rheinmetall और BAE Systems दोनों ही NATO और यूरोपीय सेनाओं को आधुनिक तकनीक मुहैया कराने में अग्रणी हैं.
इस प्रोजेक्ट के ज़रिए दोनों कंपनियाँ मिलकर ऐसा modular gun system बनाएंगी, जिसे भविष्य में अन्य प्लेटफॉर्म्स (जैसे Leopard या Challenger टैंक) पर भी लगाया जा सकेगा.
BAE Systems का कहना है कि यह अपग्रेड यूरोपीय सेनाओं को “greater lethality with lighter mobility” प्रदान करेगा — यानी कम वजन में ज़्यादा मारक क्षमता.
रक्षा विश्लेषण
रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रोजेक्ट यूरोप की “Next-Gen Armoured Modernization” रणनीति का हिस्सा है.
यूक्रेन युद्ध के बाद पश्चिमी यूरोपीय देशों ने अपने बख़्तरबंद वाहनों और आर्टिलरी सिस्टम्स को अपडेट करने की दिशा में तेज़ी दिखाई है.
CV90120 अपग्रेड प्रोग्राम इस नई सोच का प्रतीक है — तेज़, स्मार्ट और नेटवर्क-कनेक्टेड टैंक.
आगे का रास्ता
यह समझौता अभी डिज़ाइन और प्रोटोटाइप स्टेज में है. 2026 तक इसके पहले डेमो यूनिट्स के परीक्षण की संभावना है. अगर परीक्षण सफल रहता है, तो इसे आने वाले वर्षों में कई NATO सदस्य देशों की सेनाओं में शामिल किया जा सकता है.
BAE Systems और Rheinmetall की यह साझेदारी यूरोप की आर्मर्ड वारफेयर क्षमता को नई ऊँचाई दे सकती है. CV90120 Advanced Gun Upgrade भविष्य के हाई-इंटेंसिटी कॉम्बैट ज़ोन के लिए एक स्मार्ट और घातक समाधान साबित हो सकता है.