भारत का स्वदेशी युद्ध कवच – DRDO और Tata का WhAP 8×8

भारत की रक्षा आत्मनिर्भरता (Atmanirbhar Bharat) की दिशा में एक और बड़ा कदम —DRDO और Tata Advanced Systems Limited (TASL) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित WhAP 8×8 Wheeled Armoured Platform अब भारतीय सेना और अर्धसैनिक बलों की ताकत बन चुका है.
WhAP 8×8 की खासियतें
यह पूरी तरह स्वदेशी डिजाइन और विकास का नतीजा है. इसमें है मॉड्युलरिटी, स्केलेबिलिटी और री-कॉन्फिगरेबिलिटी – यानी इसे अलग-अलग मिशन रोल्स के लिए बदला जा सकता है.
इसकी बॉडी पर STANAG 4569 स्तर की सुरक्षा दी गई है, जो इसे बुलेट और माइन ब्लास्ट से बचाने में सक्षम बनाती है. यह वाहन कीचड़, ऊबड़-खाबड़ रास्तों और पहाड़ी इलाकों में आसानी से चल सकता है.
इसमें 600 hp Cummins इंजन लगा है, जो इसे 100 किमी/घंटा तक की गति देने में सक्षम है.
WhAP पानी में भी उतर सकता है और अपने hydrojet propulsion से लगभग 10 किमी/घंटा की स्पीड से चल सकता है.
हथियारों से लैस
WhAP को अलग-अलग हथियारों के साथ कॉन्फ़िगर किया जा सकता है जिसमें 30 मिमी ऑटो कैनन, 7.62 मिमी मशीन गन और ATGM लॉन्चर शामिल है.
इसके अलावा, Infantry Protected Mobility Vehicle (IPMV) और पैरामिलिट्री वेरिएंट्स भी उपलब्ध हैं, जिनमें Remote Controlled Weapon Station (RCWS) लगाया गया है।
भारतीय सेना में शामिल
DRDO और Tata की इस संयुक्त उपलब्धि ने भारत को एक ऐसा प्लेटफॉर्म दिया है जो न केवल सैनिकों को सुरक्षित मूवमेंट देता है, बल्कि युद्ध के मैदान में उनकी firepower को कई गुना बढ़ा देता है.
WhAP के कुछ वेरिएंट्स पहले ही भारतीय सेना और CAPFs (Central Armed Police Forces) में शामिल हो चुके हैं.
भारत की रक्षा उद्योग की जीत
WhAP 8×8 सिर्फ एक वाहन नहीं, बल्कि भारत की स्वदेशी तकनीकी क्षमता और निजी-सरकारी साझेदारी का प्रतीक है. DRDO और Tata Advanced Systems की यह साझेदारी आने वाले समय में भारतीय रक्षा उद्योग को और मजबूती देने वाली है.
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