लॉकहीड मार्टिन को मिला रिकॉर्ड कॉन्ट्रैक्ट,अमेरिकी सेना के लिए बनाएगा 2000 Patriot PAC-3 MSE मिसाइलें

अमेरिकी सेना ने दुनिया की सबसे बड़ी रक्षा कंपनियों में से एक Lockheed Martin के साथ अब तक का सबसे बड़ा मिसाइल इंटरसेप्टर सौदा किया है. इस सौदे की कुल कीमत 9.8 बिलियन डॉलर (लगभग 81,000 करोड़ रुपये) है. इस अनुबंध के तहत लॉकहीड मार्टिन को अमेरिकी सेना के लिए करीब 2,000 Patriot PAC-3 MSE (Missile Segment Enhancement) इंटरसेप्टर्स बनाने का काम सौंपा गया है.
यह अनुबंध न केवल Lockheed Martin के इतिहास का सबसे बड़ा मिसाइल इंटरसेप्टर कॉन्ट्रैक्ट है बल्कि अमेरिका की मिसाइल रक्षा क्षमता को और भी मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है.
लॉकहीड मार्टिन का PAC-3 MSE क्या है?
PAC-3 MSE, पैट्रियट इंटरसेप्टर का सबसे उन्नत संस्करण है. PAC-3 MSE की खासियत यह है कि यह “Hit-to-Kill” तकनीक पर आधारित है यानी यह सीधे टकराकर दुश्मन मिसाइल को नष्ट कर देता है. यह आधुनिक खतरों के विरुद्ध इसकी प्रभावकारिता को काफी बढ़ा देता है क्योंकि यह काफी अधिक गतिज ऊर्जा प्रदान करता है.
लॉकहीड मार्टिन का कहना है कि इंटरसेप्टर का उद्देश्य विमान, क्रूज मिसाइलों, हाइपरसोनिक हथियारों के साथ-साथ घातक और सटीक सामरिक बैलिस्टिक मिसाइलों का मुकाबला करना है.
PAC-3 MSE में एक दोहरे-पल्स सॉलिड रॉकेट मोटर है, जो मूल PAC-3 की तुलना में अधिक थ्रस्ट और रेंज प्रदान करता है. इसका डिज़ाइन अनिवार्य रूप से प्रणोदन के दो चरणों की अनुमति देता है, जिससे अंतिम चरण के दौरान गति और गतिशीलता में सुधार होता है.
इंटरसेप्टर की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए 35-40 किलोमीटर

इस इंटरसेप्टर की बैलिस्टिक मिसाइलों के लिए 35-40 किलोमीटर तक और विमान तथा क्रूज़ मिसाइलों जैसे वायुगतिकीय (Aerodynamic) लक्ष्यों के लिए 60 किलोमीटर से अधिक की रेंज है. जबकि यह लगभग 20 किलोमीटर तक की ऊँचाई पर आने वाले टारगेट को मार गिरा सकता है.
इस सौदे के तहत मिलने वाले Patriot PAC-3 MSE इंटरसेप्टर एडवांस रडार और गाइडेंस टेक्नोलॉजी से लैस होंगे. यानी ये सिस्टम दुश्मन की मिसाइल को सैकड़ों किलोमीटर दूर से ट्रैक कर सकेंगे और ‘हिट-टू-किल’ क्षमता के साथ हवा में ही नष्ट करने में सक्षम होंगे.
एक एकल लांचर में 16 PAC-3 MSE मिसाइलें रखी जा सकती हैं (प्रति कैनिस्टर चार, जबकि प्रति कैनिस्टर एक PAC-2 मिसाइल होती है), जिससे प्रति बैटरी मारक क्षमता बढ़ जाती है.
PAC-3 MSE मिसाइल की लागत लगभग 4-6 मिलियन डॉलर
प्रत्येक PAC-3 MSE मिसाइल की लागत लगभग 4-6 मिलियन डॉलर होती है, जो उत्पादन अनुबंधों और विन्यास पर निर्भर करती है, जिससे यह पैट्रियट परिवार में सबसे महंगी इंटरसेप्टर में से एक बन जाती है.
PAC-3 कार्यक्रम 1991 के खाड़ी युद्ध से सबक लेते हुए 1990 के दशक में शुरू किया गया था, जिसमें पैट्रियट प्रणाली इराकी स्कड मिसाइलों को रोकने में विफल रही थी.
इसका उपयोग विश्व के विभिन्न युद्धों में सफलतापूर्वक किया गया है – यूक्रेन में, ईरानी मिसाइल हमले के दौरान कतर में, तथा सऊदी अरब में, जहां इसे ईरान द्वारा समर्थित यमन स्थित मिलिशिया समूह हौथी द्वारा दागी गई बैलिस्टिक मिसाइलों को रोकने के लिए तैनात किया गया था.
Patriot अमेरिका के अलावा NATO सहयोगी देशों और कई एशियाई राष्ट्रों की सेनाओं में इसका उपयोग किया जाता है.
क्यों है यह सौदा अहम?
रूस-यूक्रेन युद्ध, चीन की बढ़ती सैन्य आक्रामकता और उत्तर कोरिया के मिसाइल परीक्षणों ने अमेरिका और उसके सहयोगियों को अपनी रक्षा क्षमताओं को और मजबूत करने पर मजबूर किया है.
यह डील लॉकहीड मार्टिन के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी है और अमेरिकी सेना के लिए मिसाइल रक्षा क्षमता में सबसे बड़ा निवेश भी.
संभावित प्रतिद्वंद्वियों के लिए संदेश
अमेरिका ने इस सौदे के ज़रिए एक सीधा संकेत दिया है कि वह किसी भी मिसाइल हमले से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है और उसकी रक्षा क्षमता लगातार अपग्रेड हो रही है.
इस सौदे से अमेरिकी रक्षा उद्योग को नई ऊर्जा मिलेगी. हजारों नए रोजगार पैदा होंगे और रक्षा सप्लाई चेन को मजबूती मिलेगी.
9.8 बिलियन डॉलर का यह सौदा सिर्फ एक रक्षा अनुबंध नहीं है, बल्कि अमेरिका की रणनीतिक प्राथमिकताओं का स्पष्ट ऐलान भी है. बढ़ते अंतरराष्ट्रीय तनाव के दौर में यह कदम अमेरिकी सहयोगियों को भरोसा देगा और विरोधियों को चेतावनी भी. PAC-3 MSE इंटरसेप्टर्स आने वाले वर्षों में अमेरिका की मिसाइल डिफेंस शील्ड को और मजबूत कर देंगे.
अमेरिकी सेना और Lockheed Martin के बीच यह $9.8 बिलियन का अनुबंध साफ़ संकेत देता है कि आने वाले वर्षों में मिसाइल डिफेंस तकनीक पर निवेश और बढ़ेगा. यह सौदा अमेरिका की सामरिक ताकत को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा और वैश्विक सुरक्षा परिदृश्य को भी प्रभावित करेगा.
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