2050 तक अमेरिकी स्ट्राइक फोर्स की रीढ़ बने रहेंगे ICBM Minuteman III, GAO रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

अमेरिका के Government Accountability Office (GAO) ने अपनी नई रिपोर्ट में खुलासा किया है कि देश के सबसे पुराने और अहम परमाणु हथियारों में से एक, Minuteman III Intercontinental Ballistic Missile (ICBM) को कम से कम 2050 तक अमेरिकी स्ट्राइक फोर्स की रीढ़ (Backbone) बनाए रखा जाएगा.
यह घोषणा ऐसे समय में आईं है जब अमेरिका अपने नए ICBM प्रोग्राम Sentinel (LGM-35A) के विकास और तैनाती पर काम कर रहा है. लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, लागत, समय-सीमा और जटिलताओं के चलते Minuteman III को आने वाले दशकों तक सक्रिय रखना ही अमेरिका के लिए एक व्यावहारिक रणनीति होगी.
Minuteman III का महत्व
Minuteman III को पहली बार 1970 के दशक में तैनात किया गया था. यह अमेरिका की nuclear triad (land, sea और air-based nuclear forces) का सबसे पुराना लेकिन अब भी बेहद भरोसेमंद हिस्सा है.
यह मिसाइल 13,000 किलोमीटर से अधिक दूरी तक वार करने में सक्षम है और एक ही समय में कई परमाणु वारहेड (MIRVs) ले जा सकती है.
क्यों बढ़ाया जा रहा है Minuteman III का जीवनकाल?

1- Sentinel प्रोग्राम में देरी – नया LGM-35A Sentinel ICBM फिलहाल विकासाधीन है और GAO रिपोर्ट के मुताबिक इसमें भारी तकनीकी और वित्तीय चुनौतियाँ हैं.
2- लागत का बोझ – नए प्रोग्राम पर खर्च कई सौ अरब डॉलर तक पहुँच सकता है. ऐसे में Minuteman III को अपग्रेड करके चलाना अभी अधिक सस्ता विकल्प है.
3- तकनीकी अपग्रेड – Minuteman III में लगातार guidance system, propulsion और warhead integration जैसे क्षेत्रों में सुधार किए जा रहे हैं, ताकि यह आधुनिक खतरों से निपट सके.
GAO रिपोर्ट की चेतावनी

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि Minuteman III को इतने लंबे समय तक सक्रिय रखने के लिए extensive modernization की ज़रूरत होगी.
मिसाइल के इलेक्ट्रॉनिक्स और propulsion system को अपडेट करना होगा. इसके रखरखाव (maintenance) पर पहले से अधिक खर्च आएगा.
यदि Sentinel प्रोग्राम में और देरी हुई तो अमेरिका की nuclear deterrence capability पर सीधा असर पड़ सकता है.
रणनीतिक प्रभाव
इस फैसले का साफ संकेत है कि अमेरिका फिलहाल अपने legacy weapons system पर ही निर्भर रहेगा. चीन और रूस जैसे प्रतिद्वंद्वी अपने आधुनिक ICBM (DF-41, RS-28 Sarmat) विकसित कर चुके हैं. ऐसे में अमेरिका के लिए यह संतुलन बनाए रखना रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण है.
GAO की रिपोर्ट यह दिखाती है कि अमेरिका भले ही नई पीढ़ी के हथियार विकसित कर रहा हो, लेकिन Minuteman III जैसी पुरानी प्रणाली अभी भी उसकी परमाणु शक्ति का आधार बनी रहेगी.
2050 तक इस मिसाइल को सेवा में रखना इस बात का प्रमाण है कि अमेरिका अपने न्यूक्लियर डिटरेंस (Nuclear Deterrence) को किसी भी हाल में कमज़ोर नहीं होने देना चाहता.
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