यूके-नॉर्वे का ऐतिहासिक रक्षा समझौता: क्यों खास है £10 बिलियन पाउंड का ये डील? मिलेगा Type-26 फ्रिगेट्स

यूनाइटेड किंगडम (यूके) और नॉर्वे ने £10 बिलियन पाउंड का एक ऐतिहासिक सामरिक रक्षा समझौता किया है. इस समझौते के तहत नॉर्वे को ब्रिटिश Type-26 फ्रिगेट्स की कम से कम पाँच इकाइयाँ मिलेंगी. यह न केवल ब्रिटेन का अब तक का सबसे बड़ा युद्धपोत निर्यात सौदा है बल्कि नॉर्वे का भी अब तक का सबसे बड़ा रक्षा निवेश माना जा रहा है.
जानते है समझौते की प्रमुख बातें
नॉर्वे को मिलने वाले ये उन्नत एंटी-सबमरीन वारफेयर फ्रिगेट्स सीधे रूस की आक्रामक गतिविधियों का मुकाबला करने में मदद करेंगे.
ये जहाज़ नॉर्थ अटलांटिक और आर्कटिक क्षेत्र में तैनात होंगे और कुल मिलाकर 13 जहाज़ों का संयुक्त UK-Norway नौसैनिक बेड़ा बनाएंगे. जिसमें 8 ब्रिटिश और 5 नॉर्वेजियन जहाज होंगे.
निर्माण कार्य BAE Systems के ग्लासगो शिपयार्ड्स में होगा. यह डील NATO की उत्तरी सुरक्षा और यूरो-अटलांटिक क्षेत्र की सामूहिक रक्षा को मजबूती देगी.
ब्रिटेन और नॉर्वे के प्रधानमंत्री की प्रतिक्रिया
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने इस ऐतिहासिक समझौते को देश की नई दिशा से जोड़ते हुए उन्होंने कहा,
“यह 10 अरब पाउंड का सौदा ही हमारी बदलाव की योजना है. इससे रोज़गार सृजन होगा, विकास को गति मिलेगी और कामकाजी लोगों के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा सुनिश्चित होगी. हमारे टाइप-26 फ्रिगेट का निर्यात इसी बदलाव का प्रतीक है. इसके ज़रिए पूरे ब्रिटेन में प्रशिक्षुओं से लेकर इंजीनियरों तक, अच्छे वेतन वाली नौकरियाँ पैदा होंगी.”
वहीं नॉर्वे के प्रधानमंत्री जोनास गहर स्टोर ने इस समझौते को दोनों देशों की साझेदारी के लिए एक ऐतिहासिक मील का पत्थर बताया.
उन्होंने कहा,
“नॉर्वे और यूनाइटेड किंगडम समान हितों और मज़बूत द्विपक्षीय संबंधों वाले घनिष्ठ सहयोगी हैं. मुझे विश्वास है कि फ्रिगेट खरीदने, विकसित करने और चलाने के लिए यूके के साथ रणनीतिक साझेदारी सही फ़ैसला है.”
रणनीतिक दृष्टिकोण और पृष्ठभूमि
सेंटर पॉइंट: यह समझौता दोनों देशों के बीच दिसंबर 2024 में हुए Strategic Partnership Agreement का ही विस्तार है, जिसके अंतर्गत सुरक्षा और हरित उद्योग सहयोग को प्राथमिकता दी गई थी.
उन्मुखी प्रयास: फरवरी 2025 में दोनों देशों ने इस तरह का व्यापक रक्षा समझौता बनाने का ऐलान किया था. इसमें औद्योगिक सहयोग, क्षमता निर्माण और High North क्षेत्र में साझेदारी पर जोर दिया गया.
औद्योगिक सहयोग: BAE Systems ने नॉर्वे की Hamek कंपनी के साथ एक MoU पर हस्ताक्षर किया, जिसके जरिए Type-26 फ्रिगेट्स की सपोर्ट और मेंटेनेंस में स्थानीय सहयोग मिलेगा.
पूर्व बातचीत: मई 2023 में दोनों देशों ने समुद्र के नीचे के खतरों से निपटने—जैसे ऊर्जा और संचार ढाँचे की सुरक्षा—के लिए भी एक Statement of Intent (SOI) पर सहमति जताई थी.
क्यों अहम है यह सौदा?
यह समझौता केवल सैन्य जहाज़ों तक सीमित नहीं है. यह यूके-नॉर्वे रिश्तों की गहराई, रणनीतिक सुरक्षा, औद्योगिक लाभ और NATO एकता का प्रतीक है. दोनों देश अब मिलकर आर्कटिक और नॉर्थ अटलांटिक में रूस की बढ़ती गतिविधियों का मजबूती से जवाब देने की तैयारी में हैं.