Sweden ने रक्षा खर्च बढ़ाकर GDP का 2.8% किया, NATO लक्ष्यों की ओर बड़ा कदम

Sweden की सरकार ने अपने रक्षा बजट में ऐतिहासिक बढ़ोतरी का ऐलान किया है. 2026 के राष्ट्रीय बजट में रक्षा खर्च को सकल घरेलू उत्पाद (GDP) का लगभग 2.8% तक बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है. यह वृद्धि मौजूदा वर्ष 2025 की तुलना में लगभग 18% अधिक होगी.
Sweden ने क्यों बढ़ाया रक्षा बजट?
यूरोप में बदलते सुरक्षा परिदृश्य, रूस की आक्रामक नीतियों और NATO सहयोगियों की सुरक्षा प्रतिबद्धताओं को ध्यान में रखते हुए Sweden ने यह कदम उठाया है.
NATO सदस्य देशों से अपेक्षा की जाती है कि वे GDP का न्यूनतम 2% रक्षा पर खर्च करें.
स्वीडन का यह प्रस्तावित 2.8% खर्च न केवल इस मानक से ऊपर है, बल्कि यह देश की सुरक्षा रणनीति में बढ़ती तत्परता और आत्मनिर्भरता को भी दर्शाता है.
रक्षा खर्च का उपयोग कहाँ होगा?
इस बजट से स्वीडन कई क्षेत्रों में निवेश करेगा:
सैन्य क्षमता में वृद्धि – थल, वायु और नौसैनिक बलों का आधुनिकीकरण.
नई तकनीक और हथियार प्रणाली – मिसाइल रक्षा, साइबर सुरक्षा और आधुनिक हथियार प्रणालियों पर खर्च.
NATO सहयोग बढ़ाना – संयुक्त अभ्यासों और क्षेत्रीय सुरक्षा अभियानों में सक्रिय भागीदारी.
रिज़र्व और मिलिट्री ट्रेनिंग – नागरिक-सेना सहयोग और रिज़र्व फोर्स की क्षमताओं को मजबूत करना.
NATO और यूरोप पर प्रभाव
स्वीडन हाल ही में NATO का सदस्य बना है और उसका यह फैसला संगठन के भीतर साझा सुरक्षा जिम्मेदारी को मज़बूत करेगा.
यह कदम यूरोप में रूस से बढ़ते खतरे को देखते हुए NATO सहयोगियों के लिए सकारात्मक संकेत माना जा रहा है. इससे उत्तरी यूरोप की सुरक्षा व्यवस्था और भी मजबूत होने की उम्मीद है.
स्वीडन का रक्षा बजट बढ़ाने का निर्णय केवल आंकड़ों में इजाफा नहीं, बल्कि यह वैश्विक सुरक्षा समीकरणों में उसकी गंभीरता और प्रतिबद्धता को दर्शाता है. आने वाले वर्षों में यह कदम स्वीडन को NATO के भीतर एक सक्रिय और मजबूत साझेदार के रूप में स्थापित करेगा.
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