Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL) और तमिलनाडु सरकार में समझौता, पूर्वी तट पर बनेगा विश्व स्तरीय ग्रीनफील्ड शिपयार्ड

भारत के समुद्री अमृत काल विजन 2047 के तहत देश की शिपबिल्डिंग क्षमता को नई ऊंचाई देने की दिशा में एक अहम कदम उठाया गया है. रक्षा मंत्रालय के अधीन रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रम Mazagon Dock Shipbuilders Limited (MDL) ने तमिलनाडु सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं. यह एमओयू भारत के पूर्वी तट पर एक विश्व स्तरीय ग्रीनफील्ड शिपयार्ड के विकास की संभावनाओं की तलाश के उद्देश्य से किया गया है.
भावनगर में हुआ एमओयू साइनिंग समारोह
यह समझौता 19 सितंबर, 2025 को गुजरात के भावनगर में पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय (MoPSW) द्वारा आयोजित एक समारोह में हुआ. इस दौरान एमडीएल के निदेशक (जहाज निर्माण) बीजू जॉर्ज और गाइडेंस तमिलनाडु के प्रबंध निदेशक एवं सीईओ डॉ. दारेज़ अहमद, आईएएस के बीच औपचारिक हस्ताक्षर और कागज़ात का आदान-प्रदान किया गया.
समारोह में केंद्रीय पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति ने इस समझौते को और भी ऐतिहासिक बना दिया.
अमृत काल विजन 2047 की दिशा में बड़ा कदम
इस एमओयू के साथ भारत ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि आने वाले वर्षों में देश वैश्विक समुद्री और शिपबिल्डिंग उद्योग में अग्रणी बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है. यह ग्रीनफील्ड शिपयार्ड न केवल भारत की रक्षा और वाणिज्यिक जरूरतों को पूरा करेगा बल्कि “मेक इन इंडिया” और “आत्मनिर्भर भारत” अभियान को भी मजबूती प्रदान करेगा.