भारत की रक्षा कवच में शामिल होगा इज़रायल का Barak-8 मिसाइल सिस्टम

भारत ने अपनी वायु रक्षा क्षमता को और मज़बूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है. इज़रायल की डिफेंस कंपनी Israel Aerospace Industries (IAI) द्वारा विकसित Barak-8 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली अब भारत की बहु-स्तरीय रक्षा व्यवस्था का अहम हिस्सा बनेगी.
2035 तक “पूर्ण सुरक्षा कवच” का लक्ष्य
भारत सरकार ने 2035 तक देश के सभी रणनीतिक प्रतिष्ठानों को “पूर्ण सुरक्षा कवच” देने का लक्ष्य तय किया है. इस योजना में Barak-8 एक मध्य-स्तर (medium layer) की सुरक्षा मुहैया कराएगा। यह प्रणाली युद्धक विमान, ड्रोन, हेलिकॉप्टर और यहां तक कि क्रूज़ मिसाइलों जैसे खतरों से निपटने में सक्षम है.
Barak-8 की विशेषताएँ
मध्यम दूरी पर हवाई खतरों को निष्क्रिय करने की क्षमता।
ज़मीन और नौसैनिक दोनों प्लेटफॉर्म से तैनात की जा सकती है।
आधुनिक राडार और कमांड-कंट्रोल नेटवर्क से जुड़ने की सुविधा।
भारत के लिए अहमियत

Barak-8 की तैनाती से रक्षा प्रतिष्ठानों, परमाणु संयंत्रों, एयरबेस और महत्वपूर्ण बंदरगाहों को अतिरिक्त सुरक्षा परत मिलेगी. यह भारत के बहु-स्तरीय एयर डिफेंस सिस्टम (Multi-Layered Air Defense) में S-400, आकाश, और अन्य घरेलू प्रणालियों के साथ मिलकर काम करेगा.
आगे की राह
हालाँकि विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की उन्नत प्रणाली के साथ सबसे बड़ी चुनौती इसके रख-रखाव और लॉजिस्टिक सपोर्ट की होगी. लेकिन एक बार इसका पूरा नेटवर्क सक्रिय हो गया तो भारत की वायु रक्षा क्षमता एशिया में और भी मज़बूत हो जाएगी.
यह ख़बर बताती है कि भारत आने वाले समय में अपनी सुरक्षा व्यवस्था को कितना मज़बूत करने जा रहा है और इज़रायल का Barak-8 इसमें एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा.