Reintjes GmbH के साथ GRSE का बड़ा करार, भारत में बनेंगे अत्याधुनिक समुद्री गियरबॉक्स

गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स लिमिटेड (GRSE) ने अपनी वैश्विक तकनीकी क्षमताओं को और विस्तार देते हुए जर्मनी की प्रतिष्ठित कंपनी Reintjes GmbH के साथ एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए हैं.
Reintjes GmbH, जर्मनी के हैमेलन में स्थित एक अग्रणी वैश्विक कंपनी है, जिसे समुद्री प्रणोदन गियरबॉक्स (marine propulsion gearboxes) के डिज़ाइन और निर्माण में दशकों का अनुभव प्राप्त है. यह कंपनी सैन्य और वाणिज्यिक जहाजों के लिए उच्च-गुणवत्ता वाले गियर सिस्टम्स का उत्पादन करती है.

क्या है इस साझेदारी का उद्देश्य?
इस समझौता ज्ञापन के तहत Reintjes GmbH द्वारा निर्मित प्रणोदन गियर ट्रेनों (propulsion gear trains) का उपयोग GRSE द्वारा बनाए जा रहे जहाजों में किया जाएगा.
इन गियरबॉक्स को GRSE शिपयार्ड में निर्मित जहाजों के चयनित इंजनों के साथ एकीकृत किया जाएगा. यह सहयोगात्मक पहल दोनों कंपनियों के लिए तकनीकी नवाचार, दक्षता और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है.
इसका प्रभाव और लाभ
- GRSE को मिलेगी विश्वस्तरीय जर्मन समुद्री तकनीक तक सीधी पहुंच.
- भारत में निर्मित युद्धपोत और वाणिज्यिक जहाज होंगे पहले से अधिक सक्षम, टिकाऊ और निर्यात-योग्य.
- यह साझेदारी रक्षा बलों के लिए विकसित जहाजों में बेहतर प्रणोदन प्रदर्शन सुनिश्चित करेगी.
- ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियानों को बल मिलेगा.
निष्कर्ष:
Reintjes GmbH जैसे वैश्विक तकनीकी लीडर के साथ GRSE की यह रणनीतिक साझेदारी भारत की समुद्री रक्षा और निर्यात क्षमताओं को नई ऊँचाई देने में सहायक सिद्ध होगी.
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