Air Chief Marshal Amar Preet Singh ने भरी मिग-21 की आखिरी उड़ान

भारतीय वायुसेना ने अपने सबसे पुराने और प्रतीकात्मक लड़ाकू विमान मिग-21 को विदाई देने की औपचारिक शुरुआत कर दी है. इसी क्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमर प्रीत सिंह ने राजस्थान के बीकानेर स्थित नाल एयर बेस से मिग-21 में अपनी अंतिम उड़ान भरी. इस ऐतिहासिक क्षण में उनके साथ स्क्वॉड्रन लीडर प्रिया ने नेतृत्व करते हुए फॉर्मेशन का संचालन किया.
मिग-21 का गौरवशाली इतिहास

मिग-21 को भारत ने 1963 में सोवियत संघ से खरीदा था. यह विमान लगभग छह दशक तक भारतीय आकाश की सुरक्षा करता रहा.1965 और 1971 के युद्धों से लेकर कारगिल युद्ध तक, इस जेट ने कई महत्वपूर्ण अभियानों में अपनी ताकत दिखाई. “फिशबेड” नाम से मशहूर यह विमान भारतीय वायुसेना की रीढ़ माना जाता रहा है.
अब विदाई की बारी

भारतीय वायुसेना ने मिग-21 को 26 सितंबर 2025 को औपचारिक रूप से सेवा से हटाने का फैसला किया है. इसके बाद वायुसेना का पूरा फोकस स्वदेशी लड़ाकू विमान एलसीए तेजस और नई पीढ़ी के जेट विमानों पर होगा.
एयर चीफ मार्शल का संदेश
अमर प्रीत सिंह ने उड़ान के बाद कहा कि –
“मिग-21 सिर्फ एक विमान नहीं, बल्कि भारतीय वायुसेना की परंपरा और साहस का प्रतीक रहा है. इसके साथ हमारी भावनाएँ जुड़ी हुई हैं. अब हम इसे गौरवपूर्ण विदाई दे रहे हैं.”
यह घटना न केवल भारतीय वायुसेना के इतिहास में एक भावनात्मक मोड़ है, बल्कि आने वाले समय में स्वदेशी रक्षा तकनीक पर आत्मनिर्भरता की दिशा में बड़ा कदम भी है.
One thought on “Air Chief Marshal Amar Preet Singh ने भरी मिग-21 की आखिरी उड़ान”