ISRO की मदद से स्काईरूट ने किया कमाल, कलाम – 1200 मोटर का पहला परीक्षण सफल

ISRO की मदद से स्काईरूट ने किया कमाल

8 अगस्त 2025 — सुबह 9 बजकर 5 मिनट… श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में कुछ ऐसा हुआ जिसने पूरे देश को गर्व से भर दिया. स्काईरूट एयरोस्पेस की कलाम-1200 मोटर का पहला स्थैतिक परीक्षण सफल रहा है!

क्या है कलाम-1200 मोटर?

  • Vikram-1 लॉन्च व्हीकल का पहला चरण
  • 30 टन प्रोपेलेंट कैपेसिटी
  • 11 मीटर लंबी और 1.7 मीटर व्यास वाली मोनोलिथिक कॉम्पोजिट मोटर
  • Solid Propellant Plant, श्रीहरिकोटा में बनी अब तक की सबसे लंबी मोटर!

ये टेस्टिंग भारत सरकार की Space Policy 2023 के तहत Private Sector को Space Economy में बढ़ावा देने का नतीजा है. ISRO और Space Department द्वारा निजी कंपनियों को दिया जा रहा सहयोग अब ज़मीनी परिणाम देने लगा है! टेस्टिंग ISRO के Static Testing Complex में हुई, और सारी परफॉर्मेंस पूरी तरह सामान्य रही.

Skyroot Aerospace – प्राइवेट स्पेस में पायनियर!

Skyroot वही कंपनी है जिसने 2022 में भारत का पहला प्राइवेट लॉन्च व्हीकल Vikram-S लॉन्च किया था. अब Vikram-1 के पहले चरण की सफलता यह दिखाती है कि भारत की प्राइवेट कंपनियां अब ऑर्बिटल लॉन्च क्षमता की दिशा में बड़ी तेज़ी से आगे बढ़ रही हैं.

क्या है आगे का रास्ता?

कलाम-1200 की सफलता के बाद अब Vikram-1 लॉन्च व्हीकल का पूरा इंटीग्रेशन और फ्लाइट टेस्टिंग की तैयारी की जा रही है. अगर सब कुछ योजना के अनुसार चला, तो Vikram-1 जल्द ही भारत का अगला बड़ा प्राइवेट ऑर्बिटल लॉन्च करेगा.यह सिर्फ एक मोटर टेस्ट नहीं था… यह भारत के आत्मनिर्भर स्पेस मिशन में निजी क्षेत्र की ऐतिहासिक छलांग थी!

यह अंतरिक्ष नीति, 2023 पर भारत सरकार की पहल के अनुरूप है, जिसका उद्देश्य निजी क्षेत्र के खिलाड़ियों को अंतरिक्ष आर्थिक विकास में योगदान देने हेतु आवश्यक तकनीकी अवसंरचना और प्रबंधकीय मार्गदर्शन प्रदान करना है। परीक्षण स्थल और संबंधित प्रणालियों का प्रदर्शन पूर्वानुमान के अनुसार सामान्य है.

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