Brahmos Vs Kinzhal : कौन है ज्यादा खतरनाक मिसाइल? जानिए पूरी तुलना

ब्रह्मोस बनाम किंझल: कौन मिटा देगा दुश्मन का नामोनिशान?

मिसाइल तकनीक की दुनिया में जब भी सबसे तेज़ और घातक हथियारों की बात होती है, तो भारत-रूस की संयुक्त परियोजना Brahmos और रूस की Kinzhal का नाम सबसे ऊपर आता है.

ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइल है, जबकि किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल है. दोनों अपनी-अपनी कैटेगरी में बेमिसाल हैं.

लेकिन सवाल यह है कि इन दोनों में कौन ज्यादा खतरनाक है?

तो आज इस वीडियो में जानते है कि ज्यादा खतरनाक कौन है.

1- सबसे पहले बात करते है स्पीड की

ब्रह्मोस की गति सुपरसोनिक है और वह मैक 3 तक पहुंचती है. वहीं किंझल की गति हाइपरसोनिक है और वह मैक 10 से लेकर मैक 12 तक जा सकती है.

यानि कि किंझल, ब्रह्मोस से तीन गुना से भी अधिक तेज है.

2- अब बात करते है रेंज की

ब्रह्मोस की मारक क्षमता 290 से 450 किलोमीटर तक है, जबकि नए वर्ज़न की रेंज 800 किलोमीटर तक बढ़ चुकी है. वहीं किंझल की रेंज 3,000 किलोमीटर तक मानी जाती है.

यानि कि यह मिसाइल पूरे एक महाद्वीप तक वार करने की क्षमता रखती है.

3- वारहेड क्षमता की बात करे तो..

ब्रह्मोस 200 से 300 किलोग्राम का वारहेड ले जाती है. जबकि किंझल मिसाइल लगभग 500 किलोग्राम तक का पेलोड (वारहेड) ले जा सकती है.

यानी किंझाल का एक वार ही दुश्मन के पूरे ईलाकों को नेस्तनाबूद कर सकता है.

4-  अब जानते हैं इसके लॉन्च प्लेटफॉर्म  के बारे… 

ब्रह्मोस की खासियत है कि इसे जमीन, समुद्र और हवा–तीनों जगहों से लॉन्च किया जा सकता है. जबकि किंझल केवल रूस के लड़ाकू विमान MiG-31K या Su-34 से ही लॉन्च की जाती है.

5- मार्ग (Trajectory) – बच निकलने की कला

ब्रह्मोस लो-एल्टीट्यूड सी-स्किमिंग फ्लाइट अपनाती है, ताकि दुश्मन के राडार को चकमा दे सके. लेकिन किंझल ऊंचाई पर जाकर हाइपरसोनिक स्पीड के साथ मैन्युवर करती है और बैलिस्टिक मार्ग लेती है. इस वजह से इसे रोकना लगभग नामुमकिन है.

6- भूमिका – किस काम में आती हैं?

ब्रह्मोस को टैक्टिकल स्ट्राइक और एंटी-शिप मिशन के लिए डिजाइन किया गया है. वहीं किंझल रूस की स्ट्रैटेजिक हाइपरसोनिक स्ट्राइक क्षमता का सबसे बड़ा हथियार है. दोनों मिसाइलें अपने-अपने क्षेत्र में बेमिसाल हैं.

दोस्तों,

तुलना से साफ है कि गति, रेंज और विनाशकारी ताकत में किंझल आगे है. लेकिन ब्रह्मोस की सबसे बड़ी ताकत है उसका भरोसेमंद, मल्टी-प्लेटफॉर्म और लगातार अपग्रेड होता सिस्टम.

एक को हाइपरसोनिक मॉन्स्टर कहा जा सकता है, तो दूसरी को सुपरसोनिक शार्प हंटर.

दोनों मिसाइलें आधुनिक युद्ध की दिशा तय करने वाली हैं और यही वजह है कि इन्हें आज दुनिया की सबसे घातक मिसाइलों में गिना जाता है.

आपके हिसाब से कौन ज्यादा खतरनाक है – ब्रह्मोस या किंझाल?

हमें कमेंट में ज़रूर बताइए.

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