INDIA की ET-LDHCM Hypersonic मिसाइल ब्रह्मोस से भी खतरनाक! DRDO का सबसे बड़ा दांव

ब्रह्मोस से भी खतरनाक! भारत की ET-LDHCM Hypersonic मिसाइल | DRDO का सबसे बड़ा दांव

भारत ने एक बार फिर वो कर दिखाया है… जिसकी कल्पना पश्चिमी देशों ने भी अभी तक सिर्फ ब्लूप्रिंट में की थी.

DRDO ने एक ऐसी मिसाइल विकसित की है, जो न सिर्फ दुश्मन के होश उड़ा देगी, बल्कि अगली पीढ़ी के युद्धों की दिशा ही बदल सकती है.

नाम है – ET-LDHCM!                  

पूरा नाम: Extended Trajectory – Long Duration Hypersonic Cruise Missile

और ये मिसाइल… सिर्फ एक हथियार नहीं, बल्कि भारत की रणनीतिक ताकत का वो अचूक अस्त्र है, जो आने वाले दशकों में भारत की डिफेंस रणनीति की रीढ़ बनेगा.

भारत ने ET-LDHCM मिसाइल का परीक्षण किया

भारत ने एक नई मिसाइल एक्सटेंडेड ट्राजेक्टरी लॉन्ग ड्यूरेशन हाइपरसोनिक क्रूज मिसाइल (ET-LDHCM) का परीक्षण किया है. DRDO ने इस मिसाइल को प्रोजेक्ट विष्णु के तहत बनाया है. यह मिसाइल अपने लक्ष्य को 1,500 किलोमीटर दूर तक भेदने में सक्षम है. यह मिसाइल गोपनीयता, सटीकता और लचीलापन तीनों मामलों में बेहद एडवांस मानी जा रही है.

भारत ने 2020 में हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल यानी HSTDV का पहला सफल परीक्षण कर दुनिया को चौंका दिया था. भारत अपनी रक्षा क्षमताओं को आधुनिक बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है.  

ET-LDHCM की खासियतें

यह मिसाइल मैक 8 (लगभग 11,000 किमी/घंटा) से ज्यादा की गति से उड़ सकती है. यानी यह 1 सेकंड में 3 किमी से ज्यादा दूरी तय कर सकती है. इतनी तेज गति के कारण दुश्मन के रडार इसे पकड़ नहीं पाते.

इसकी मारक क्षमता 1,500 किमी से ज्यादा है. इसमें लगा है Scramjet Engine, जो हवा से ऑक्सीजन लेकर हाइपरसोनिक गति बनाए रखता है. DRDO ने इसका ग्राउंड टेस्ट 1,000 सेकंड तक सफलतापूर्वक किया है.

ET-LDHCM मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी

यह मिसाइल बेहद कम ऊंचाई पर उड़ती है, रूट बदलती है, और रडार को चकमा देने में सक्षम है. इसमें ऑक्सीकरण-रोधी कोटिंग और हीट-रेसिस्टेंट मटेरियल हैं, जो अत्यधिक गर्मी (2,000°C तक) सहन करते हैं. यह 1,000 से 2,000 किलो तक का परमाणु या गैर-परमाणु विस्फोटक ले जाने में सक्षम है.

ET-LDHCM मिसाइल अपनी गति, रेंज, और तकनीक के कारण दुनिया की सबसे उन्नत मिसाइलों में से एक है. यह मिसाइल पूरी तरह स्वदेशी है — DRDO, हैदराबाद स्थित डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम मिसाइल कॉम्प्लेक्स, और भारतीय प्राइवेट कंपनियों के सहयोग से विकसित की जा रही है.  

ET-LDHCM एक मल्टीरोल मिसाइल है, जो कई तरह के मिशन में काम आ सकती है. इसके मुख्य काम हैं…दुश्मन के ठिकानों को नष्ट करना. यह मिसाइल दुश्मन के बंकर, रडार स्टेशन, जहाज और सैन्य ठिकानों को सटीक निशाना बना सकती है. इसकी तेज गति और रडार से बचने क्षमता इसे एंटी-शिप और लैंड-अटैक मिशन के लिए आदर्श बनाती है. यह मिसाइल भारत को चीन और पाकिस्तान जैसे पड़ोसियों के खिलाफ रणनीतिक बढ़त देती है. यह दुश्मन के एयर डिफेंस सिस्टम को भेद सकती है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसे ऐतिहासिक उपलब्धि बताया था. 

Project Vishnu सिर्फ एक हथियार निर्माण योजना नहीं है, बल्कि यह भारत के रक्षा भविष्य का दर्शन है — जहां रडार को चकमा देने वाली रफ्तार, AI आधारित नियंत्रण, और स्वदेशी तकनीक का सम्मिलन हो रहा है।

ET-LDHCM एक चेतावनी है —जो दुश्मनों को साफ कहती है — अब भारत सिर्फ जवाब नहीं देता, पहले वार भी कर सकता है… और वो भी Hypersonic Speed में!

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