Rishabh Pant का शतक = भारत की हार? जानिए ये ‘बदकिस्मती’ का रहस्य!

जब कोई बल्लेबाज़ एक टेस्ट मैच की दोनों पारियों में शतक ठोक दे, तो आम तौर पर टीम के जीतने के चांस बढ़ जाते हैं, लेकिन जब बात ऋषभ पंत की आती है, तो कहानी उलटी हो जाती है.
ऋषभ पंत ने हाल ही में इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में कमाल कर दिया. पहली पारी में 134 और दूसरी पारी में 118 रन की धांसू पारी खेली. इस पारी में पंत ने अपने स्टाइल में चौकों और सिक्स की बारिश कर दी.
इसी के साथ पंत ने अपना चौथा शतक इंग्लैंड के खिलाफ और कुल आठवां टेस्ट शतक जड़ दिया. इनमें से तीन शतक इंग्लैंड की धरती पर, और एक अहमदाबाद में लगाया है.
अब तक के उनके 8 टेस्ट शतकों में 6 विदेशी पिचों पर आए हैं — ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका जैसी मुश्किल परिस्थितियों में.
तो फिर क्या दिक्कत है?

दोस्तों, पंत ने जब भी सेना देशों में जाकर शतक लगाया है तब-तब भारत को जीत हासिल नहीं हुई है.
इंग्लैंड में अब तक 3 शतक लगाया है, लेकिन टीम को जीत नसीब नहीं हुई. साउथ अफ्रीका में 1 शतक लगाया लेकिन टीम हारी. ऑस्ट्रेलिया में 1 शतक लगाया, लेकिन मैच भी ड्रॉ हो गई.
मतलब पंत ने जितनी बार विदेश में शतक लगाए टीम इंडिया को जीत नसीब नहीं हुई.
अब यही वो कारण है कि सोशल मीडिया पर फैंस कहते हैं — “पंत को 90s में आउट हो जाना चाहिए था! क्योंकि उनका शतक भारत के हारने का संकेत बन गया है.
लेकिन इसका मतलब ये बिल्कुल नहीं कि पंत गलत हैं —बल्कि इसका मतलब है कि टीम इंडिया बाकी 10 खिलाड़ियों के स्तर पर पीछे रह जाती है.
पंत तो अकेले युद्ध लड़ रहे होते हैं!
अब यही उम्मीद है कि पंत की ये बदकिस्मती टूटे, और उनका अगला शतक भारत की जीत में बदले.
क्योंकि — ऋषभ पंत है तो मुमकिन है!