AMERICA की धमकी के बाद IRAN ने दिखाए अपने मिसाइलों का जखीरा, जानते हैं ईरान के खास मिसाइलों के बारे में

मीडिल ईस्ट में AMERICA और IRAN के बीच तनाव चरम पर है. अमेरिका को इजरायल का साथ है. जबकि ईरान को चीन और रूस का साथ है.
डोनाल्ड ट्रंप ने अपने दो परमाणु एयरक्राफ्ट कैरियर को फारस की खाड़ी में भेज दिया है. इसके अलावा अपने एक तिहाई बी-2 परमाणु बॉम्बर को भी हिंद महासागर के डियागो गार्सिया एयरबेस पर तैनात कर दिया है. इन बॉम्बर्स ने यमन में तबाही मचाना शुरू भी कर दिया है. इसके अलावा इजरायल की सेना भी ईरान पर हमले की पूरी तैयारी कर चुकी है. ईरान ने धमकी देते हुए कहा है कि वह डियागो गार्सिया एयरबेस को तबाह कर देगा. जिसके बाद ईरान ने अपने मिसाइलों का एक वीडियो जारी कर अमेरिका को सीधे धमकी दे डाली है.
तो आज हम वीडियो में जानेंगे कि आखिर ईरान के पास ऐसी कौन-कौन सी मिसाइल है, जिसके जरिए वह अमेरिका और इजरायल के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
1-खैबर शेकन (Kheibar Shekan)

खेइबर शेकन या खेइबर शेकन एक ईरानी मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है जो इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स एयरोस्पेस फोर्स द्वारा संचालित है. यह IRGC मिसाइलों की तीसरी पीढ़ी है और इसका अनावरण 2022 में ईरानी क्रांति की 43वीं वर्षगांठ पर ईरानी सैन्य कमांडरों की उपस्थिति में एक समारोह में किया गया था. यह सॉलिड फ्यूल रॉकेट इंजन के सहारे उड़ान भरती है.
इसका वजन समान मिसाइलों से कम है. इसका रेंज 1450 किलोमीटर (900 मील) से अधिक है. खेइबर शेकन मिसाइल 11.4 मीटर लंबी, 76 सेंटीमीटर व्यास वाली और 550 किलोग्राम के वारहेड के साथ 6.3 टन वजनी है. यह 4-5 मैक से अधिक गति तक पहुँच जाती है. किसी भी एयर डिफेंस सिस्टम को धोखा देने के लिए खास तरह की मैन्यूवरिबिलिटी तकनीक से लैस है. इसकी स्पीड 4932 से 6174 किलोमीटर प्रतिघंटा है.
खेइबर शेकन मिसाइल कई तरह के लॉन्चर का इस्तेमाल कर सकती है. मिसाइल के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला लॉन्चर 10 पहियों वाले कमर्शियल चेसिस पर लगाया गया है जिसे कमर्शियल वाहन के रूप में भी छिपाया जा सकता है. 14 अप्रैल 2024 को ईरान ने जब इजरायल के अंदर मिसाइल से हमला किया था तब इस मिसाइल का प्रयोग किया गया था. 1 अक्टूबर 2024 को ईरान ने 27 सितंबर को हसन नसरल्लाह और आईआरजीसी कमांडर अब्बास निलफोरुशन की हत्या के जवाब में इजरायल पर 181 बैलिस्टिक मिसाइलें दागीं थी. हमले में कथित तौर पर खेबर शेकन मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था.
खेबर शेकन एक विनाशक मिसाइल माना जाता है, जो खतरनाक युद्ध के दौरान ईरान को आगे ले जा सकता है. ईरानी मीडिया दावा करता है कि ये मिसाइल अमेरिकी एंटी-मिसाइल डिफेंस सिस्टम जैसे की THAAD और पैट्रियट को चकमा दे सकती है. इसके अलावा ये मिसाइल इजरायल के डेविड स्लिंग एयर डिफेंस सिस्टम को भी मात देने की क्षमता रखती है.
2- हज कासेम (Haj Qasem)

हज कासेम ईरान की बैलिस्टिक मिसाइल है. मिसाइल को पहली बार अगस्त 2020 में ईरानी लोगों के सामने प्रदर्शित किया गया था. इसका नाम ईरानी कमांडर कासिम सुलेमानी के नाम पर रखा गया है, जिनकी जनवरी 2020 में संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा हत्या कर दी गई थी.
इसका वजन 7 टन है. 36 फीट लंबी मिसाइल में 500 किलोग्राम वजनी वॉरहेड लगा सकते हैं. हज कासिम मिसाइल 1400 किमी की रेंज तक दुश्मन को मार सकता है. इसकी स्पीड ही इसे बेहद खतरनाक बनाती है. यह 14,817 km/hr (मैक-12) की स्पीड से टारगेट की तरफ बढ़ती है. इसलिए इससे बचना मुश्किल है. इसकी स्पीड को लेकर अलग-अलग रिपोर्ट के अपने-अपने दावे हैं. लेकिन फिर भी इसकी स्पीड इसे खतरनाक बनाती है. कथित तौर पर इस मिसाइल को डिफेंस सिस्टम नहीं पकड़ सकते हैं.
3- शहाब-3 (Shahab-3)

शहाब-3 ईरान की मीडियम रेंज की बैलिस्टिक मिसाइल है. ये मिसाइल नॉर्थ कोरिया की नोडोंग-1 मिसाइल पर आधारित है. इसका परीक्षण 1998 से 2003 तक किया गया और 7 जुलाई 2003 को इसे सैन्य शस्त्रागार में शामिल किया गया, जिसका आधिकारिक अनावरण 20 जुलाई को किया गया. इसकी रेंज 1000 से 2000 km (1200 मील) है. यह निर्भर करता है कि इसके ऊपर हथियार कितने वजन का लगाया जाता है. नए मॉडल में क्लस्टर म्यूनिशन का भी ऑप्शन है. यानी एक ही मिसाइल से पांच स्थानों पर हमला किया जा सकता है. यह अधिकतम 400 km की ऊंचाई तक जा सकती है. इसकी गति 2.4 km प्रति सेकेंड है,जो मैक 7 है. इसकी लंबाई 16.58 मीटर है, जबकि डायमीटर 1.25 से 1.38 है. यह 760 से 1,200 किलोग्राम (1,675 से 2,645 पाउंड) का वारहेड ले जा सकता है. इसे मोबाइल लॉन्चर के साथ-साथ साइलो से भी दागा जा सकता है. शाहब-3 परमाणु वारहेड ले जाने में सक्षम है. शाहब-3 में एक इंजन का उपयोग किया गया है जो स्कड मिसाइलों के समान है, लेकिन उससे बड़ा है.
4- कद्र-110

Ghadr 110 मिसाइल ईरान द्वारा डिज़ाइन और विकसित की गई एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है.
कद्र-110 को गदर 110 के नाम से भी जाना जाता है. ईरान-इराक युद्ध की शुरुआत की सालगिरह के अवसर पर वार्षिक परेड में पहली बार क़द्र मिसाइल का अनावरण किया गया था. यह मिसाइल तीन प्रकारों में निर्मित होती है: “क़द्र एस” जिसकी रेंज 1,350 किमी है, “क़द्र एच” जिसकी रेंज 1,650 किमी है और “क़द्र एफ” जिसकी रेंज 2000 किमी है.
इसकी गति बहुत ज्यादा भयानक है. यह मैक 9 की गति से उड़ान भरती है. इसे एंटी सैटेलाइट मिसाइल और IRBM की कैटेगरी में भी रखते हैं. यह मिसाइल इनर्शियल गाइडेंस और जीपीस नेविगेशन के आधार पर चलती है. इसकी CEP 110 मीटर है. यानी टारगेट से 110 मीटर के रेडियस में कहीं भी गिरे, यह टारगेट को खत्म कर देता है. दो स्टेज की मिसाइल में पहला स्टेज लिक्विड और दूसरा सॉलिड फ्यूल वाला है. इसकी लंबाई 15.5 से 16.58 मीटर है. इसका कुल वजन 15 से 17.48 टन है. बेस मॉडल शाहब-3 की तुलना में दो टन भारी है. यह एक मध्यम दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जो शहाब-3ए का एक अपग्रेड वर्जन है. यह 650 किग्रा से 1000 किग्रा तक वजन वाले हथियार ले जा सकती है.
6 नवंबर 2023 को हुतियों द्वारा यमन से इज़राइल की ओर एक ग़दर-110 मिसाइल लॉन्च की गई थी, जिसे एरो-3 प्रणाली द्वारा रोक दिया गया था, जबकि यह अभी भी पृथ्वी के वायुमंडल से बाहर था, जिसे मानव इतिहास में अंतरिक्ष में युद्ध का पहला उदाहरण बताया गया था.
5- इमाद

इमाद मिसाइल ईरान की लिक्विड-फ्यूल मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. इसका व्यास 1.25 मीटर है. इसमें एक ही वॉरहेड लगता है. जिसका वजन 750 किलोग्राम होता है. इसकी CEP 10 मीटर है. एमाद 10 मीटर की लक्ष्य सटीकता के साथ 1,700 किमी तक 750 किलोग्राम पेलोड ले जा सकता है. इतना ही नहीं इस मिसाइल में मैन्यूवरेबल रीएंट्री व्हीकल (MaRV) की खासियत भी है. यानी जरूरत पड़ने पर इसकी दिशा बदली जा सकती है. इसे इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) की कैटेगरी में भी रखा जाता है. यह देखने में शहाब-3 मिसाइल की तरह दिखती है. 2016 से ईरानी सेना इसका इस्तेमाल कर रही है.
यह एक नए नोज कोन डिज़ाइन का उपयोग करता है, जो मूल शाहब-3 से अलग है. बदले हुए डिज़ाइन से वारहेड को लक्ष्य से ऊपर विस्फोट करना संभव हो सकता है, जो इसे एयर बर्स्ट केमिकल, बायोलॉजिकल या परमाणु हथियार विस्फोट के साथ-साथ परमाणु विद्युत चुम्बकीय पल्स हमले के लिए अधिक उपयुक्त बनाता है.
6- फतह मिसाइल (Fattah MISSILE )

फतह हाइपरसोनिक बैलिस्टिक मिसाइल (Fattah Hypersonic Ballistic Missiles) ईरान की एक मध्यम दूरी की मिसाइल है. इसे ईरान की इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) के एयरोस्पेस फोर्स ने बनाया है. इस मिसाइल का नाम ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने ‘फतह’ रखा था. अरबी भाषा में इसका मतलब ‘विजेता’ या ‘जीत लाने वाला’ होता है. इसमें 350 से 450 किलोग्राम का वॉरहेड यानी हथियार लगाया जा सकता है. यह सॉलिड फ्यूल इंजन से उड़ान भरता है. इसकी रेंज 1400 km है. गति 16,052 km/hr से 18,522 km/hr है. इसकी खास बात है इसकी मैन्यूवरिबिलिटी. यहा किसी भी दिशा में कभी भी मोड़ी जा सकती है. यानी दुश्मन टारगेट चाहकर भी भाग नहीं सकता. यह किसी भी मिसाइल राडार की नजर में भी नहीं आती.
7-पावेह (Paveh Missile)

पावेह स्ट्रैटेजिक क्रूज मिसाइल है. इसकी रेंज 1650 किलोमीटर है. यह बेहद स्मार्ट मिसाइल है, बीच रास्ते में अपना टारगेट भी बदल सकती है. इसे सतह से सतह पर मार करने के लिए बनाया गया है. इस मिसाइल को ईरान ने हाल ही में सार्वजनिक किया.
पावेह में लक्ष्य तक पहुँचने के लिए अलग-अलग रास्ते अपनाने की क्षमता है. यानी लक्ष्य तक पहुँचने से पहले, यह आवश्यक सीमा तक घूमता है और दूसरी दिशा से लक्ष्य पर हमला करता है. “पावेह” क्रूज मिसाइलों की एक और क्षमता इन मिसाइलों की सामूहिक रूप से हमला करने और हमले के दौरान एक-दूसरे के साथ संवाद करने की क्षमता है.
इस पद्धति में, मिसाइलों में से एक हमलावर मिसाइल समूह के नेता के रूप में कार्य करती है और अन्य मिसाइलों का मार्गदर्शन करती है. यदि आवश्यक हो, तो लक्षित मिसाइलों में से एक या अधिक को प्लाटून लीडर द्वारा आगे भेजा जाता है और वास्तव में अन्य मिसाइलों को सटीक रूप से हिट करने के लिए रास्ता खोलने के लिए फँसाया जाता है. और वास्तव में अन्य मिसाइलों को सटीक रूप से हिट करने का रास्ता खोलने के लिए उन्हें फँसाया जाता है.
8-सेजिल मिसाइल (Sejjil)

सेजिल मिसाइल भी सॉलिड फ्यूल्ड मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल है. 22.5 टन वजनी मिसाइल की लंबाई 18.2 मीटर है. जबकि इसका डायमीटर 1.25 मीटर है. इसमें 500 से 1500 किलोग्राम वजन के वॉरहेड लगा सकते हैं. इसकी गति ही इसे सबसे ज्यादा मारक बनाती है. ये 17,487 km/hr की गति से उड़ान भरती है. इसकी रेंज 2000 से 2500 किलोमीटर है. अगर हाइब्रिड मोड वाली मिसाइल का इस्तेमाल किया गया तो यह 4500 किलोमीटर तक जा सकती है. इसकी CEP 20 मीटर है, यानी टारगेट से 20 मीटर दूर भी गिरी तो भी ये उसे पूरी तरह से बर्बाद कर देगी.
एक हथियार के रूप में सेजिल ईरान के संभावित दुश्मनों के लिए बहुत अधिक चुनौती पेश करता है, क्योंकि ठोस ईंधन वाली मिसाइलों को तरल ईंधन वाली मिसाइलों की तुलना में बहुत कम सूचना के साथ लॉन्च किया जा सकता है, जिससे लॉन्च से पहले उन पर हमला करना अधिक कठिन हो जाता है. ईरान का दावा है कि अगर इसे नतांज़ शहर से लॉन्च किया जाए, तो यह सात मिनट से भी कम समय में तेल अवीव तक पहुँच सकता है.
दोस्तों, इस तरह हम देखते हैं कि ईरान के पास भी एक से बढ़कर एक मिसाइल हैं जिसके वह कहर बरपा सकता है.
One thought on “AMERICA की धमकी के बाद IRAN ने दिखाए अपने मिसाइलों का जखीरा, जानते हैं ईरान के खास मिसाइलों के बारे में”