भारत में बनेगी C-130J मिलिट्री एयरक्राफ्ट, 80 मध्यम परिवहन विमानों को अधिग्रहण करने की तैयारी में है भारतीय वायुसेना

लॉकहीड मार्टिन ने टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड (टीएएसएल) के साथ हाल ही में एक समझौता किया है. इसके बाद दुनिया की सबसे बड़ी हथियार निर्माता कंपनी अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन सबसे शक्तिशाली मिलिट्री ट्रांसपोर्ट व्हीकलसी-130जेसुपर हरक्यूलिसएयरलिफ्टर को भारत में बनाएगी. C-130J सुपर हरक्यूलिस को इसकी कई अद्भुत ताकतों के कारण प्राकृतिक आपदा हो, मानवीय संकट की घड़ी हो या फिर युद्ध, सभी जगह इस्तेमाल किया जाता है.

80 मध्यम परिवहन विमानों को अधिग्रहण करने की तैयारी में है भारतीय वायुसेना

इस समझौते के तहत इंडियन एयर फोर्स के मौजूदा 12 सी-130जे बेड़े के लिए भारत में रखरखाव, मरम्मत और रिन्यूवल (एमआरओ) सेंटर स्थापित करना है. दोनों देशों के बीच यह एक बड़ी डील है. इससे दोनों देशों के बीच आपसी संबंध और मजबूत होंगे. भारतीय वायुसेना 80 मध्यम परिवहन विमानों का अधिग्रहण करने की तैयारी में है.

इंडियन एयरफोर्स के पास 12 सी-130जे सुपर हरक्यूलस ट्रांसपोर्ट विमान हैं. ये टैक्टिकल एयरलिफ्टर कहे जाते हैं. ये 92 यात्री,  64 एयरबॉर्न सैनिक 6 पैलेट्स या 74 मरीजों के साथ 5 मेडिकल स्टाफ को लिफ्ट कर सकता है. इसके अंदर 2 या 3 बड़ी गाड़ियां लोड की जा सकती है. C-130J सुपर हरक्यूलिस में कई खासियत है जो इसे दुनिया की सबसे बेहतरीन मिलिट्री एयरक्राफ्ट में से एक बनाती है.

क्या हैं इसकी खासियत, जो इसे बनाती दुनिया की सबसे बड़ी ट्रांसपोर्ट विमान

इसमें हवा में ईंधन भरना, ज़मीन पर ईंधन भरना, मौसम की टोह लेना, मेडिकल इमरजेंसी, खोज और बचाव, हवाई सूचना संचालन, पैराड्रॉप, हवाई फायर ब्रिगेड, समुद्री निगरानी, ​​स्पेशल ऑपरेशन और कई अन्य मिशन शामिल हैं. यह इन्फ्रारेड डिटेक्शन सेट, सेल्फ-प्रोटेक्शन सिस्टम, आधुनिक उड़ान स्टेशन और होलोग्राफिक हेड-अप डिस्प्ले जैसी मॉडर्न सुविधाओं से भी लैस है, जो इसे बेहद खास बनाता है.

20 लाख से अधिक घंटों तक उड़ने भरने का अनुभव

सी-130जे सी-130 हरक्यूलिस का लेटेस्ट जेनरेशन है, जो मुख्य रूप से टेक्टिकल एयरलिफ्ट में इस्तेमाल होती है. 20 लाख से अधिक घंटों तक उड़ने की क्षमता के साथ यह विमान अब तक की सबसे बेहतरीन विमान है. यह दुश्मनों के इलाके में सैनिकों और हथियारों को हवाई मार्ग से गिराने में भी यह अहम भूमिका निभाता है.

70 हजार किलोग्राम से ज्यादा वजन उठा सकता है सी-130जे 

97.9 फीट लंबे और 38.10 फीट विंगस्पैन वाले इस कार्गो प्लेन की ऊंचाई 38.10 फीट है. जब यह प्लेन खाली रहता है तब इसका वजन 34,374 किलोग्राम रहता है. लेकिन यह अपने साथ 70 हजार किलोग्राम से ज्यादा वजन उठा सकता है. 

670 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ सकता है C-130J

22 हजार फीट की ऊंचाई पर अधिकतम 670 किलोमीटर प्रतिघंटा की गति से उड़ सकता है. आमतौर पर इसकी क्रूज स्पीड 644 km/hr है. इसकी रेंज 3300 km है. अधिकतम 28 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इससे ऊपर ले जाने के लिए इसका वजन कम करना होगा.

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